हेमंत शर्मा,रायपुर। दंतेवाड़ा विधानसभा उपचुनाव के लिए 23 सितंबर को मतदान होना है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने की वजह से इस चुनाव को 18 हजार जवानों की मौजूदगी में सम्पन्न कराया जाएगा. मतदान केंद्रों से लेकर चप्पे-चप्पे पर जवान मुस्तैदी से तैनात रहेंगे. चुनाव से पहले ही नक्सल इलाकों में जवानों ने सर्चिंग तेज कर दी है. चुनाव के दौरान केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती रहेगी. पुलिस का दावा है कि बिना किसी बाधा के संपन्न दंतेवाड़ा उपचुनाव पूरा कराया जाएगा.

डीआईजी एसआईबी पी सुंदर राज ने कहा कि उपचुनाव शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से संपन्न कराने के लिए तमाम व्यवस्था की जा रही है. पूर्व से उपलब्ध बल के अतिरिक्त केंद्रीय अर्धसैनिक बल जो हमको प्राप्त हुआ है उन्हीं को लेकर लगातार इलाकों में नक्सल विरोधी अभियान संचालित की जा रही है. हमें पूरा विश्वास है कि यह उपचुनाव शांतिपूर्ण तरीके से और सुरक्षित तरीके से संपन्न किया जाएगा. वर्ष 2018 का विधानसभा चुनाव और 2019 का लोकसभा चुनावों में पूरे छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में काफी चुनौती थी. उस चुनौती का सामना करते हुए सुरक्षा बल ने यथासंभव कोशिश किया और शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव हुआ.

उन्होंने कहा कि नक्सली इलाकों में हमें काफी सफलता मिला है. इसी प्रकार उपचुनाव को भी शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए हमारे पास डीआरजी, एसटीएफ, कोबरा इस प्रकार के स्पेशल फोर्स है. इसके साथ ही सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस बल लगातार उन इलाकों में काम कर रहा है. इसलिए चुनाव के पहले ही हमने नक्सलियों पर नियंत्रण कर रखा है. वर्ष 2018-19 में नक्सलियों ने भी इस बात को स्वीकार किया है कि उनके संगठन में काफी नुकसान हुआ है. इस तरीके से हम लोगों ने प्लान किया है कि दंतेवाड़ा में चुनाव प्रक्रिया अच्छी तरीके से संपन्न होगा.