पंकज सिंह भदौरिया, दंतेवाड़ा।  जिले में पोटली गाँव में खुले नए पुलिस कैंप का विरोध कर रहे नक्सलियों ने इलाके में अपना दहशत कायम रखने बड़ी घटना को अंजाम दिया है. कैंप में तैनात एक गोपनीय सैनिक की हत्या नक्सलियों ने कर दी है. मृतक सैनिक का नाम मोहन भास्कर है. मोहन को नक्सली उसके घर से अगवा कर ले गए थे. अगवा करने के बाद नक्सली उसे जंगल में अपने साथ दो दिनों तक घुमाते रहे.  हत्या के बाद उसके शव को अरबे गाँव के पास फेंक दिया.

जानकारी के मुताबिक मोहन भास्कर नीलवाया गांव के पटेलपारा का रहने वाला था. वह पहले नक्सली था. बाद में पुलिस में समर्पण के बाद गोपनीय सैनिक के तौर पर काम कर रहा था. उसकी तैनाती पोटाली नवीन कैम्प में थी. कैम्प से बाहर निकलने के बाद घर पहुँचते ही नक्सलियों ने नीलवाया के पास से अगवा कर लिया था.

घटना के पूर्व मृतक जवान की बहन देवे अपने भाई के अगवा होने बाद से उसे छुड़ाने के प्रयास में जुटी थी, यहाँ तक कि मदद के लिए सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोरी के पास भी पहुँची थी पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी. इधर देवे ने जानकारी दी कि उसके माता-पिता को नक्सलियों ने गांव से बाहर निकाल दिया है, जो इस वक्त बीजापुर जिले के बासागुड़ा गांव में रह रहे है. घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत और डर का माहौल है.