पंकज सिंह भदौरिया,दंतेवाड़ा। एक गरीब व्यक्ति को अपना घर बनाने में सालों लग जाते हैं, लेकिन दबंगों ने प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए बुलडोज़र से उसका आशियाना ढहा दिया. दरअसल मामला दंतेवाड़ा जिले के बालूद ग्राम का है, जहां प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने पीएम आवास को सरताज नसीर नाम के व्यक्ति ने बिना प्रशासन की अनुमति के तोड़ दिया. अब बेघर परिवार न्याय की गुहार के लेकर सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगा रहा है. हालांकि प्रशासन की तरह से आश्वासन जरूर मिला है.

बालूद निवासी चंपा मरकाम का आरोप है कि उसकी पैतृक भूमि बालूद में खसरा क्रमांक 175/2,175/3 था, जिस भूमि में खसरा क्रमांक 175/2 रकबा 2 हेक्टेयर को फर्जी तरीके से शामिल खातेदारों की अनुमति के बिना अर्चना नाग पति सरताज नसीर के नाम पर रजिस्ट्री किया गया है. जिस भूमि पर रजिस्ट्री की गई है, वहां पर पीएम आवास का मकान भी बन गया था. जिसे बिना सूचना के सरताज नसीर ने तोड़ दिया. जिसके बाद से पीड़ित आरोपी के खिलाफ फर्जी रजिस्ट्री और मकान गिराने के लिए एफआईआर दर्ज करवाने दंतेवाड़ा एसपी से गुहार लगाई है.

घटना के बाद मौके पर दंतेवाड़ा एसडीएम अविनाश मिश्रा ने पहुंचकर सख्त कार्रवाई करने के संकेत दिए है. उन्होंने कहा कि बिना प्रशासन की अनुमति के मकान तोड़ा गया है. साथ ही फ्राड कर रजिस्ट्री का एंगल भी दिख रहा है. पहले हम एफआईआर करवाएंगे. साथ ही पीड़ितों को न्याय दिलवाने के लिए हर तरह से मदद करेंगे.

वहीं सरताज नसीर का कहना है कि जमीन पिछले 7 साल से उसके नाम से है और उसने किसी मकान को नहीं थोड़ा है. प्रशासन इसकी जांच करें. किसने तोड़ा है. मेरी निजी भूमि में आखिर पीएम आवास कैसे बन रहा था इसकी भी जांच करे.

इस मामले में दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी ने कहा कि दबंगई करने वालों को नहीं बख्शा जाएगा. बड़ी कार्रवाई होगी. इसके साथ ही पूरे प्रकरण की जांच होगी.

अब बड़ा सवाल यह है कि जिस तरह से सरकारी पीएम आवास को अपनी निजी जमीन बताते हुए तोड़ दिया है. अब इस नुकसान की भरपाई कौन करेगा ? अगर निजी भूमि में आवास आबंटित है, तो उक्त हल्के के पटवारी, सचिव और जबाबदारों पर क्या कार्रवाई होगी ?