दरभंगा। बिहार विधानसभा चुनावों की गहमागहमी के बीच दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र से एक बड़ी खबर सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी जीवेश मिश्रा पर आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जीवेश मिश्रा के नाम से पंजीकृत एक स्कॉर्पियो गाड़ी में बड़ी संख्या में BJP के चुनाव चिन्ह वाली घड़ियां पाई गई हैं, जिन्हें कथित रूप से मतदाताओं के बीच बांटा जा रहा था। यह घटना जाले के मस्का बाजार इलाके की है, जहां कांग्रेस प्रत्याशी ऋषि मिश्रा को इस गाड़ी पर संदेह हुआ। उन्होंने स्कॉर्पियो को रोककर तलाशी ली और उसमें मौजूद सामग्री को लेकर स्थानीय प्रशासन को सूचित किया। स्कॉर्पियो में बड़ी संख्या में BJP चिह्न की घड़ियां बरामद की गईं, जिनका उपयोग मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए किया जा रहा था। इसके बाद जाले थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए गाड़ी को जब्त कर लिया और जांच शुरू कर दी है।

राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत झोंक रहे

चुनावों को लेकर सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। दरभंगा जिले का जाले विधानसभा क्षेत्र एक प्रमुख निर्वाचन क्षेत्र माना जाता है, जहां परंपरागत रूप से कड़ा मुकाबला होता रहा है। BJP ने यहां से जीवेश मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने ऋषि मिश्रा को टिकट दिया है। ऐसे में इस तरह की घटना का सामने आना चुनावी माहौल को और अधिक संवेदनशील बना सकता है।

सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है

चुनाव आयोग द्वारा लागू की गई आदर्श आचार संहिता के तहत कोई भी प्रत्याशी या पार्टी मतदाताओं को किसी भी प्रकार का उपहार, पैसा या अन्य प्रलोभन देकर प्रभावित नहीं कर सकती। यह कानून चुनाव की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है। अगर किसी प्रत्याशी द्वारा ऐसा करते हुए पाया जाता है, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें नामांकन रद्द होने से लेकर जेल तक की सजा संभव है।

कांग्रेस प्रत्याशी का आरोप

घटना के बाद कांग्रेस प्रत्याशी ऋषि मिश्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि BJP लोकतंत्र को खरीदने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि घड़ियों का वितरण चुनाव में मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश है और यह सीधा-सीधा आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने निर्वाचन आयोग से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

पुलिस की जांच जारी

घटना की सूचना मिलते ही जाले थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और स्कॉर्पियो गाड़ी को जब्त कर लिया। पुलिस ने गाड़ी में मौजूद सभी सामग्री को अपने कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह भी देखा जा रहा है कि क्या घड़ियों के वितरण में और लोग भी शामिल थे।

चुनाव आयोग की नजर

इस मामले को लेकर निर्वाचन आयोग भी सतर्क हो गया है। आयोग की ओर से संकेत दिए गए हैं कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाते है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले भी कई चुनावों में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें चुनाव आयोग ने कठोर रुख अपनाया है।