दरभंगा। जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी ने डॉ. मशकूर अहमद उस्मानी को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। यह निर्णय बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से जारी किए गए आधिकारिक पत्र में बताया गया। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि डॉ. उस्मानी ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पार्टी की अनुमति के बिना स्वतंत्र (निर्दलीय) प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया और चुनाव में भाग लेने का निर्णय लिया, जिसके कारण उन्हें यह सजा दी गई है।

खरीद-बिक्री की प्रक्रिया में शामिल थे

डॉ. उस्मानी ने निष्कासन की कार्रवाई पर कड़ा ऐतराज जताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई उन लोगों द्वारा की गई है जिन्होंने टिकटों की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया में शामिल थे। इसके साथ ही डॉ. उस्मानी ने दावा किया कि निर्दलीय प्रत्याशी होने के बावजूद वे गठबंधन और महागठबंधन दोनों के विरोधियों के बीच जीत हासिल करने में सक्षम होंगे। उनका कहना है कि जनता के बीच उनकी लोकप्रियता पार्टी के आंतरिक विवादों से कहीं अधिक है।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई

इस राजनीतिक घटना के बीच कांग्रेस और भाजपा से जुड़े नेताओं की सोशल मीडिया पर एक तस्वीर ने भी हलचल मचा दी है। तस्वीर में कांग्रेस नेता ऋषि मिश्रा और भाजपा मंडल अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार एक साथ दिखाई दे रहे हैं। यह तस्वीर वायरल होते ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गई है और इसे लेकर अटकलें भी शुरू हो गई हैं कि कहीं यह किसी गठजोड़ या सियासी समझौते का संकेत तो नहीं।

अनुयायियों का सम्मान करना चाहिए

भाजपा मंडल अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार ने इस तस्वीर के संदर्भ में स्पष्ट किया कि यह फोटो दरअसल दोघरा गांव में आयोजित महावीर झंडा उत्सव के दौरान ली गई थी। उन्होंने कहा कि यह उत्सव प्रतिवर्ष आयोजित होता है और इसका किसी राजनीतिक संदेश से कोई संबंध नहीं है। धीरेंद्र कुमार ने यह भी जोर देकर कहा कि वे सनातनी धर्म के अनुयायी हैं और उनके धर्म में यह सिखाया जाता है कि सभी धर्मों और उनके अनुयायियों का सम्मान करना चाहिए। डॉ. उस्मानी का कांग्रेस से निष्कासन और सोशल मीडिया पर वायरल हुई यह तस्वीर आगामी विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अलग-अलग राजनीतिक संदेश दे रहे हैं। एक ओर कांग्रेस अपने पार्टी अनुशासन को मजबूत करने की कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक विरोधियों और जनता के बीच उपस्थिति बढ़ाने के लिए दोनों पक्षों के नेताओं की गतिविधियाँ नजर आ रही हैं। दरभंगा विधानसभा क्षेत्र में यह घटनाक्रम आगामी चुनाव को और रोचक बनाने वाला है। डॉ. उस्मानी का निर्दलीय चुनाव लड़ना और कांग्रेस से निष्कासन, दोनों ही घटनाएं स्थानीय राजनीति में भूचाल ला सकती हैं। वहीं, वायरल तस्वीर से जुड़े बयान ने यह भी साफ किया कि धर्म और सांस्कृतिक आयोजनों को राजनीतिक रंग देना जरूरी नहीं है।