बालोद. राह चलते तहसीलदार से खुलेआम लूट की वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों को पुलिस ने आज धर दबोचा है. बालोद के जय स्तंभ चौक के पास हुई इस घटना को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए विशेष टीम गठित की थी. टीम ने 2 दिन लगातार आरोपियों की खोजबीन करने के बाद आज उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूट में इस्तेमाल की गई ऑटो, 1 धारदार हथियार और 5500 रुपए कैश भी जब्त कर लिया है.

ऐसे दिया लूट की वारदात को अंजाम

दरअसल, यह घटना 22 मार्च 2025 की है, जब एक तहसीलदार जय स्तंभ चौक से मधु चौक की ओर पैदल जा रहे थे. तभी चार लोग एक ऑटो में सवार होकर आए और तहसीलदार से स्टेट बैंक का रास्ता पूछने लगे. इसके बाद, उन्होंने तहसीलदार को ऑटो में बैठा लिया और चाकू दिखाकर उनके पर्स से रकम लूट ली. आरोपी लूट की रकम लेकर फरार हो गए.

इस घटना के बाद, एसडीओपी बालोद देवांश सिंह राठौर और एसडीओपी राजेश बागडे के नेतृत्व में थाना प्रभारी बालोद रविशंकर पाण्डेय के साथ पुलिस ने जांच शुरू की और घटना के संदिग्ध आरोपियों की पहचान के लिए विशेष टीम बनाई. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने साइबर सेल और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर आरोपियों की तलाश तेज कर दी.

पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर 23 मार्च 2025 को बालोद बस स्टैंड के पास संदिग्ध अवस्था में चार आरोपियों को पकड़ा. इन आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि वे भिलाई से ऑटो किराए पर लेकर बालोद आए थे और लूट की घटना को अंजाम दिया था. इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि वे पूर्व में भी अन्य जिलों में इसी तरह की लूट की घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है.

गिरफ्तार आरोपियों के नाम:

  1. सोमनाथ शुक्ला (28 वर्ष), निवासी मंगल बाजार, जामुल, जिला दुर्ग
  2. हरदीप सिंह (35 वर्ष), निवासी अटल आवास, जामुल, जिला दुर्ग
  3. वाय जानकी राव (48 वर्ष), निवासी आईटीआई ग्राउंड, खुर्सीपार, जिला दुर्ग
  4. मुकेश चंद्रवंशी (18 वर्ष), निवासी ग्राम लिटिया जालबांधा, जिला दुर्ग

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी सोमनाथ शुक्ला और हरदीप सिंह पहले भी राजनांदगांव में लूट के मामले में जेल जा चुके हैं.

    जप्त की गई वस्तुएं:

    1. नगदी रकम 5500 रुपये
    2. एक चाकू
    3. घटना में प्रयुक्त एक ऑटो