लोकेश प्रधान, बरमकेला। हम भले ही भौतिक रूप से कितनी भी तरक्की कर लें, लेकिन हमारे दिलों-दिमाग में अंधविश्वास आज भी अपनी जड़ें जमाए हुए हैं. ऐसा ही मामला रायगढ़ जिले के सरिया थाना क्षेत्र में सामने आया है. जहां पहले एक महिला घर में गड़ा धन पाने के लालच में एक लाख रुपए गंवा बैठी. उसके बाद उसने दो महिलाओं को बंदी भी बना लिया. मामला जब पुलिस तक पहुंचा तो मौके पर पहुंच कर बंधक महिलाओं को मुक्त कराया.
सरिया थाना अंतर्गत ग्राम कर्राकोट में शनिवार की सुबह उस वक्त बवाल मच गया, जब एक महिला ने दो महिलाओं को अपने घर में बंधक बना लिया. पुलिस के मुताबिक, कर्राकोर्ट निवासी रोहिणी साहू के घर में पिछले कुछ दिनों से सब कुछ ठीक ठाक नहीं चल रहा. उसके पति लकवा ग्रस्त भी हैं, जिसका इलाज झांड-फूंक के जरिए बरमकेला थाना अंतर्गत ग्राम बुदेली के चंदन चौहान से करा रही थी.
एक दिन चंदन चौहान ने रोहिणी साहू को बताया कि उसके घर में खजाना गड़ा हुआ है, लेकिन घर में दोष में दोष को जब तक दूर नहीं किया जाएगा, तब तक विपत्ति दूर नहीं होगी. बैगा के बातों में आई महिला ने पूजा-पाठ और हवन के लिए 40 हजार रुपए एडवांस भी दे दिया. इस बीच दोनों के बीच गड़े हुए खजाने को निकालने के लिए अलग से 60 हजार रुपए पर भी सहमति दोनों पक्षों में बन गई.
बैगा ने 40 हजार रुपए लेने के बाद अपने चेले वासुदेव साहू को शुक्रवार को महिला के घर जमीन पर गड़े हुए खजाने निकालने के लिए भेज दिया. वासुदेव साहू, पदमावती श्रीवास और अन्य एक महिला रोहिणी साहू के घर पहुंचे. तीनों ने देर रात महिला के घर में हवन-पूजा पाठ करने बाद गड़े हुए खजाने को निकालने के लिए खुदाई शुरू की. कुछ गड्ढा खोदने के बाद एक छोटा लोटा भी बाहर निकला तो उसे खजाने का बच्चा बताते हुए और गड्ढ़े खोदने पर बड़ा खजाना मिलने की बात कही.
स बीच रोहिणी साहू को कोई बात खटक गई और खुदाई करने से मना करते हुए उन्हें एक लाख रुपए दिए वापस मांग करने लगी. इस पर दोनों पक्षों में विवाद हुआ. इस बीच वासुदेव मौके से किसी तरह भाग निकला, लेकिन रोहिणी साहू ने एक लाख रुपए वापस नहीं होने तक पद़मावती के साथ अन्य एक महिला को बंधक बना लिया. मामले की सूचना सरिया पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंच कर शनिवार की सुबह उन्हें छुड़ाया.