राजकुमार दुबे, भानुप्रतापपुर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले से बेटियों पर गर्व करने वाला वाक्या सामने आया है। जिसके बाद अब स्थानीय लोगों ने भी इस दंगल फिल्म के डायलॉग को मान लिया है कि हमारी बेटी, बेटों से कम है क्या?
उम्मीदों से ऊपर बेटियां
दरअसल, कांकेर के दुर्गूकोंदल विकासखंड के ग्राम डुवा में हैंडपंप खराब हो गया था। भीषण गर्मी में इससे ग्रामिणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता था। ऐसे में समाधान की उम्मीदें आमतौर पर पुरुषों से ही होती है। लेकिन इस गांव के पुरुष जब हैंडपंप की मरम्मत के लिए आये मेकेनिकों की मदद को सामने नहीं आये, तब गांव की बेटियां सामने आई और हैंडपंप की मरम्मत कर लोगों को चौंका दिया।
बता दें, हैंडपंप बनाने के लिये मैकेनिकों को बुलाया गया था। लेकिन मरम्मत के समय उन्हें मदद की जरूरत थी। ऐसे में पुरुषों के सामने ना आने पर गांव की बेटियों ने उनकी मदद की, जिससे हैंडपंप को बनाया जा सका। Read more : 1 लाख की इनामी महिला नक्सली ने किया सरेंडर, समाज की मुख्यधारा में हुई शामिल
सोशल मीडिया पर हो रही प्रशंसा
वहीं इस वाकये की वीडियो सोशल मीडिया में भी काफी वायरल हो रही है। लोग इन ग्रामीण बेटियों (रविता दुग्गा, सुमन उईके, रेणुका ताम्रकार, प्रियंका ताम्रकार, आमनी बोगा, खेमिन बोगा, अमिना केमरो, दामनी बोगा की) की खूब सराहना कर रहे हैं।
ग्रामीण अंचलों की बेटियां साहसी हैं: विधायक
स्थानीय विधायक सावित्री मंडावी को जब इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने भी इन बेटियों से फोन पर बात की और उनके कार्य की प्रशंसा की। विधायक सावित्री मंडावी ने कहा ग्रामीण अंचलों की बेटियां साहसी हैं, हर काम कर सकती हैं, डुआ गांव के बेटे सामने नहीं आये तो बेटियों ने बेटों से बढ़कर कार्य किया है। आप सभी किसी से कम नहीं हो।
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