दिल्ली. बेटियां हर क्षेत्र में बेटों से आगे निकल रही हैं. वे अपने कामों से न सिर्फ परिवार का बल्कि देश का भी नाम रौशन कर रही हैं. राजस्थान में भी बेटियों ने अपने पिता की अंतिम यात्रा में इतिहास रच दिया.

राजस्थान के बांसवाड़ा में बेटियों ने पिता की अर्थी को पहले कंधा दिया फिर उनकी चिता को मुखाग्नि देकर बेटे का भी फर्ज निभाया जिसने भी ये माजरा देखा बेटियों की तारीफ करता रहा.

बांसवाड़ा के भगवती शंकर जोशी का निधन हो गया था. उनकी इच्छा के मुताबिक उनकी तीन बेटियों दीप्ति, विधि और माला तथा उनके साथ रहने वाली रीना चरपोटा ने अर्थी को कांधा दिया. जिसने भी बेटियों का ये काम देखा वो उनकी तारीफ किये बिना नहीं रह सका.