केंद्र सरकार ने सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना का ऐलान किया है. योजना के तहत 4 साल के लिए युवाओं को तीनों सेनाओं में भर्ती होने का मौका मिलेगा. अग्निपथ योजना के तहत सर्विस की जरूरत के मुताबिक महिलाओं को भी मौका दिया जाएगा. हालांकि, यह संख्या कितनी होगी, अभी यह तय नहीं किया गया है.

अग्निपथ योजना पर वाइस एडमिरल अजेंद्र बहादुर ने कहा कि इस स्कीम के तहत सर्विस की जरूरतों के आधार पर महिलाओं की भी भर्ती होगी. लेकिन कितने प्रतिशत महिलाएं होंगी, इसका पर फैसला अभी नहीं हुआ है.

क्या है अग्निपथ योजना?

केंद्र सरकार ने 14 जून को सेना की तीनों शाखाओं- थलसेना, नौसेना और वायुसेना में युवाओं की बड़ी संख्या में भर्ती के लिए अग्निपथ भर्ती योजना शुरू की है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसका ऐलान किया था कि अग्निपथ स्कीम के तहत अग्निवीरों की नियुक्ति होगी, जिन्हें 4 साल के लिए सेना में नौकरी दी जाएगी. 4 साल बाद 75 फीसदी जवानों को 11 लाख रुपये देकर घर वापस कर दिया जाएगा. सिर्फ 25 फीसदी की सेवा में कुछ विस्तार होगा. माना जा रहा है कि सरकार ने यह कदम तनख्वाह और पेंशन का बजट कम करने के लिए उठाया है.

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4 साल सेवा देने के बाद युवाओ का भविष्य

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ऐलान किया है कि चार साल बाद जो अग्निवीर तीनों सेनाओं से सेवा मुक्त होंगे, उन्हें केंद्रीय सुरक्षा बलों की नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाएगी. इन युवाओं को फिर सेना में 15 साल और सेवा करने का मौका मिलेगा. उधर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी ऐलान किया है कि ऐसे अग्निवीरों को पुलिस और उससे जुड़ी सेवाओं की भर्ती में प्राथमिकता दी जाएगी.