अंबिकापुर। सरगुजा में डीएवी स्कूलों द्वारा संचालित डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल जिसे पहले मॉडल स्कूल कहा जाता था, 12वीं के नतीजों में पूरी तरह से फेल साबित हुआ है. लल्लूराम डॉट कॉम ने इस बात का खुलासा सबसे पहले किया था. अब इस पर जिला शिक्षा अधिकारी सरगुजा ने भी मुहर लगा दी है.

जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुप्ता ने लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि जिले के सात स्कूलों में परिणाम केवल 12 फीसदी के आसपास रहा. सीतापुर के प्रतापगढ़ का रिजल्ट सबसे खराब रहा. यहां नतीजे शून्य फीसद रहे. जबकि मैनपाट के नर्मदापुर में 5.2, लखनपुर का केवरी में 7 फीसदी, बतौली का भटको में 9.8 फीसदी, लुंड्रा का कराकी में 5.7 फीसदी, सीतापुर का प्रतापगढ़ में रहा.

डीएवी मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल वो मॉडल स्कूल हैं जिसे संचालित करने को डीएवी को पिछले साल दे दिया गया था.

हांलाकि इन्हीं स्कूलों में दसवीं के नतीजे पहले ही साल में काफी अच्छे रहे. मैनपाट ब्लाक का मॉडल स्कूल नर्मदापुर में 100 फीसदी, लखनपुर का केवरी में 76 प्रतिशत, बतौली का भटको में 100 प्रतिशत, लुंड्रा का कराकी में 100 प्रतिशत, सीतापुर का प्रतापगढ़ में86.3 फीसदी, उदयपुर का सानीबर्रा में95.6 फीसद, अंबिकापुर का परसा में 100 प्रतिशत रहा.

 

सवाल ये उठता है कि जब दसवीं के नतीजे ठीक हैं तो बारहवीं के नतीजे इतने खराब क्यों हैं. इसकी वजह स्कूल के नोडल अधिकारी डीएवी भटवांव के प्रिंसिपल का एसके मिश्रा ने कहा कि बारहवीं के नतीजों में 11 वीं की पढ़ाई महत्वपूर्ण होती है. इतना समय नहीं मिल पाया कि बच्चों के बेसिक को मजबूत किया जा सके.

गौरतलब है कि इंफ्रास्ट्रक्चर, लैब और दूसरी सुविधाओं के लिए सरकार ने 92 लाख की मदद की थी. उसके बाद भी कई स्कूल ऐसे हैं जहां काम चल रहा है. हांलाकि जो जानकारी स्थानीय लोगों से मिल रही है उसके अनुसार 12वीं का खराब रिजल्ट की एकमात्र वजह प्रबंधन की लापरवाही  है. प्रबंधन ने सभी विषयों के शिक्षक आखिरी तक नहीं खोज पाई. और बिना शिक्षक के छात्र विषय में कैसे पास हो सकते थे. डीएवी के प्रिंसिपल ने भी ये बात मानी कि स्कूलों में शिक्षकों की कमी थी.

इस मामले को कलेक्टर सरगुजा किरण कौशल ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने डीएवी से इस संबंध में जानकारी मांगी है. जिला शिक्षा विभाग भी इस पर एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है कि आखिर मुख्यमंत्री पब्लिक स्कूल के हायर सेकेंड्री स्कूल के पहले साल में ही फेल होने की वजह क्या रही.