फतेहगढ़ साहिब। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने ब्लॉक अमलोह और पंचायतों को जारी किए गए सरकारी फंड में 40.85 लाख रुपए के गबन के मामले में फतेहगढ़ साहिब के डीडीपीओ कुलविंदर सिंह रंधावा को गिरफ्तार किया है. इसके साथ ही एक अन्य व्यक्ति हंसपाल को भी हिरासत में लिया है. इस घोटाले से संबंधित एफआईआर में कुल मिलाकर पांच लोगों के नाम शामिल हैं. आरोप है कि इन सभी ने मिलीभगत करके कुछ निजी फर्मों और एक निजी व्यक्ति के नाम पर फर्जी फंड जारी किए, जिससे 40.85 लाख रुपए की सरकारी राशि का गबन हुआ.

इस मामले में जांच जारी है और आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा. यह भी सामने आया है कि कुलविंदर सिंह रंधावा पहले भी खन्ना में 58 लाख रुपए के गबन के आरोप में सस्पेंड हो चुके हैं, जहां बैंक एंट्रियों में इस हेराफेरी का खुलासा हुआ था. उन्होंने ईओपीएस के नाम पर तीन बोगस खाते खुलवाए थे, जिनमें से दो अमलोह और एक खन्ना में थे. नसराली गांव की पंचायत के लगभग 40 लाख रुपए और बुल्लेपुर की पंचायत के 18 लाख रुपए उनके चहेतों की बोगस फर्मों में ट्रांसफर कर दिए गए थे.

बाद में यह मामला विभाग के अन्य अधिकारियों और डीसी को भेजा गया, जिसके बाद कुलविंदर सिंह को सस्पेंड कर दिया गया था. हालांकि, उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया और आदेश मिलने पर अपनी ड्यूटी पर वापस लौट आए थे.