पुरषोत्तम पात्र, गरियाबंद। तीन दिन में जिले भर में सर्वाधिक धान खरीदी करने वाले निश्टीगुड़ा खरीदी केंद्र में एसडीएम की टीम ने मैराथन जांच के दौरान कई तरह की गड़बड़ियां सामने आई हैं. यहां 3385 बोरा धान अधिक पाया गया है. वहीं किसानों के एक ही ढेर में अलग-अलग नमी के धान पाए गए हैं. जांच के दौरान अमले को किसानों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा.
बुधवार को एसडीएम भूपेंद्र साहू, तहसीलदार बीएल कुर्रे के साथ 7 पटवारियों के साथ राजस्व विभाग की टीम, दोपहर 12 बजे निश्टीगुड़ा खरीदी केंद्र पहुंची थी. 3 दिसम्बर तक इस ख़रीदी केंद्र में 5092 क्विटंल की खरीदी हुई थी, जो जिले के 62 खरीदी केंद्रों से सर्वाधिक थी. टोकन व बारदाने वितरण में भी कई तरह की गड़बडिया सामने आई हैं.
निष्टिगुड़ा खरीदी केंद्र के मैराथन जांच के दरम्यान राजस्व अमला ने फड़ में मौजूद बोरो की गणना किया तो 18797 बोरा पाया. जबकि 4 नबम्बर तक कि कुल खरीदी का ऑनलाइन रिकार्ड बता रहा था कि इस केंद्र में 15410 बोरा धान खरीदी हुई है. केंद्र में 3385 बोरा धान की मात्रा ज्यादा पाया. एसडीएम साहू ने कहा कि पंचनामा कर रिपोर्ट उपर भेजा जा रहा है. ताकि उसकी और सूक्षमता से जांच किया जा सके. जांच के दौरान अमला को किसानों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा, आक्रोशित भीड़ ने कई दफा हंगामा भी किया, सुरक्षा के लिए जांच प्रक्रिया तक थाना प्रभारी सत्येन्द्र श्याम भी बल के साथ निश्टीगुड़ा में मौजूद थे.
एसडीएम भूपेंद्र साहू ने बताया कि यह केंद्र ओड़िसा सीमा से लगा हुआ है, इसके सीमावर्ती इलाकों से लगातार ओड़िसा से धान की आवक हो रही है., लगातार छापामार कर खलिहान व घरों में रखे धान को भी पकड़ा जा रहा था. यहां कई तरह की गड़बडिया सामने आई हैं.
ये गड़बड़ियां भी मिली
समिति को 8386 पुराने बारदाना जारी किया गया था,लेकिन टीम ने जब सत्यापन किया तो 3053 बारदाने कम मिले. सफाई में केंद्र प्रभारी ने पीडीएस के कुछ दुकानों से प्राप्त नही होने के बावजूद एंट्री करना बताया. पर जिन दुकानों से अप्राप्त बारदानों के आंकड़ों बाताये गए जो,दर्ज आंकड़ों से एक हजार ज्यादा हुआ.
एक ही किसान के पास अलग अलग नमी के धान मिले
नियम से न्यूनतम 14 व अधिकतम 17 प्रतिशत नमी की धान खरीदी किये जाने है,जांच हुई तो कई किसानों द्वारा किये गए एक ही ढेर में अलग अलग नमी के धान थे. अफसरो ने 14 प्रतिशत से कम पाए गए धान को पुराना धान ,जो कि ओड़िसा के रवि फसल के धान होने के अनूमान से रिजेक्ट कर दिया है,कितनी मात्रा में हुई उसका आंकड़ा अप्राप्त है.
जारी टोकन में भी गड़बड़ी
टोकन जारी करने वाले रजिस्टर की जांच के बाद एसडीम साहू ने बताया कि 1 को खरीदी के लिए 30 को टोकन जारी करना था, पर रजिस्टर में 28 नबम्बर से ही नाम दर्ज मिले, जबकि ऑनलाइन में इसका जिक्र नही था.1 को खरीदी के लिए ऑनलाइन में 29 नाम दिखे पर 1 से पहले केंद्र के रजिस्टर में 600 से ज्यादा नाम दर्ज थे. नियमानुसार टोकन कटने के बाद ही धान को केंद्र लाया जाना था,पर ऐसा प्रतित हो रहा है कि केंद्र के भीतर धान को डंप करने के नियत से रजिस्टर में नाम एंट्री कर ,बगैर ऑनलाइन टोकन के धान को केंद्र के भीतर रखवाया गया होग़ा. एसडीएम साहू ने कहा कि जांच प्रतिवेदन कलेक्टर को भेजा जा रहा है.