भुवनेश्वर. कोरापुट जिले के बोइपारिगुडा पुलिस सीमा के अंतर्गत नुआ घासरदा गांव के पास जंगल में रहस्यमय परिस्थितियों में नीम के पेड़ से लटकते हुए लगभग 19 साल की एक युवा लड़की का शव सुबह कुछ स्थानीय लोगों ने देखा. हालांकि, लड़की के बड़े भाई ने आरोप लगाया कि उसकी हत्या की गई और फिर फांसी पर लटका दिया गया. मृतक आदिवासी की पहचान गांव के गौरी माझी के रूप में की गई.
उसने अपने बचपन के दिनों में अपने माता-पिता को खो दिया था और उसकी बहन और भाई जीवित हैं. वह एक गरीब परिवार से थी. एक सूत्र के मुताबिक, लड़की पिछले साल से जीविकोपार्जन और अपने परिवार का समर्थन करने के लिए जयपुर पुलिस स्टेशन आईआईसी मित्रभानु मोहंती के घर पर घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रही थी. गौरी बिना किसी को बताए मोहंती का घर छोड़कर कहीं और चली गई.
जब पुलिस ने उससे संपर्क किया तो उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ दिखा. बाद में आईआईसी ने लड़की के परिवार से संपर्क किया और बताया गया कि वह अपने माता-पिता के घर नहीं गई थी. मोहंती और लड़की के परिवार ने सभी संभावित स्थानों पर उसकी तलाश की और आखिरकार कल जयपुर पुलिस में लड़की के लापता होने का उल्लेख करते हुए एक प्राथमिकी दर्ज कराई.