शिवम मिश्रा, रायपुर. राजधानी में आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार आरोपी पर सेंट्रल जेल में जानलेवा हमला हुआ है. आरोपियों ने जेल में ब्लेड और चाकू से हमला किया है.केंद्रीय जेल में सजा काट रहे राहुल आहूजा और चिन्न नामक आरोपियों ने हमला किया है. जिसके बाद जेल प्रबंधन सवालों के घेरे में है कि आखिर जेल के अंदर हथियार आए कहां से और कौन अपराधियों को बढ़ावा दे रहा है.

जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय जेल परिसर के बड़ी गोल में मारपीट और ब्लेड से प्राणघातक हमला हुआ है. केंद्रीय जेल परिसर में ऐसी वारदात से हड़कंप मच गया है. साथ ही जेल प्रबंधक की बड़ी लापरवाही उजागर हुई है. दरअसल, सिविल लाईन पुलिस ने आरोपी रामकृष्ण तिवारी को अवैध कट्टा के साथ पकड़कर आर्म्स एक्ट के अपराध में जेल भेजा था. जिसके बाद राहुल आहूजा और उमेश नामक बंदियों ने जानलेवा हमला किया है. रामकृष्ण तिवारी गंभीर रूप से घायल है. राम के चेहरे, आंख और शरीर में कई जगह ब्लेड और चाकू से हमला करने की जानकारी है.

केंद्रीय जेल के जेलर उत्तम पटेल ने बताया कि, बंदियों के बीच मारपीट हुई है. केंद्रीय जेल में आमद हत्या की धारा 302 के अपराध में राहुल आहूजा और उमेश सजा काट रहे है. आरोपियों के खिलाफ जेल प्रबंधन कड़ी कार्रवाई कर रहा है.

दरअसल, जेल प्रबंधन की शह पर जेल के अंदर अपराधियों के हौसले बुलंद है. जेल प्रबंधन की सहमति से पहले भी जेल में नशे की गोली, गांजा और कई तरीके के नशीले पदार्थों के साथ धारदार हथियार अपराधियों के द्वारा अंदर लाया जाता रहा है. ऐसे में एक बार फिर अपराधियों के द्वारा जानलेवा हमला करने के बाद जेल प्रबंधन के रवैये पर सवाल खड़ा हो गया है. जानकारी के अनुसार 2017 में भी एक अपराधी ने जेलर पर हमला किया था.

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