शशिकांत डिक्सेना, कटघोरा। छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा क्षेत्र में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब चोरी की जांच करने पहुंचे पुलिस दल पर ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया। हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए और एक आरक्षक कुछ समय के लिए लापता हो गया। करीब 5 घंटे बाद उसे जंगल के पास एक नाले के किनारे बेसुध हालत में पाया गया। इस घटना ने पुलिस महकमे में हलचल मचा दी है।


जानकारी के अनुसार, कटघोरा अंतर्गत बांगो थाना क्षेत्र के बगबुड़ा गांव में पुलिस चोरी की एक घटना की जांच के लिए पहुंची थी। इसी दौरान ग्रामीणों की भीड़ ने पुलिस टीम पर अचानक हमला कर दिया। इस हमले में आरक्षक अभिषेक पांडेय, गजेंद्र बिघावार और अनिल पोर्ते घायल हो गए। हमले अचानक होने से पुलिसकर्मी खुद को संभाल नहीं पाए और जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

वहीं हमले के दौरान आरक्षक अनिल पोर्ते जंगल की ओर भाग गया था। जब काफी देर तक उसका कोई सुराग नहीं मिला तो पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिद्धार्थ तिवारी खुद मौके पर पुलिस बल के साथ रवाना हुए और सर्च ऑपरेशन चलवाया।
5 घंटे बाद मिला बेसुध
लगातार सर्च अभियान चलाने के बाद आखिरकार लापता आरक्षक अनिल पोर्ते को जंगल के पास एक नाले के किनारे बेसुध हालत में पाया गया। एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने आरक्षक के मिलने की पुष्टि की है। बताया गया कि हमला इतना अचानक और हिंसक था कि पुलिसकर्मी संभल नहीं पाए।
चार आरोपी हिरासत में
हमले के मामले में चार ग्रामीणों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ जारी है। पुलिस को आशंका है कि हमले की साजिश पूर्व नियोजित हो सकती है। गौरतलब है कि इससे पहले भी इसी क्षेत्र के ग्रामीण आबकारी विभाग की टीम पर हमला कर चुके हैं।
पुलिस बल तैनात, स्थिति नियंत्रण में
घटना के बाद गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और स्थिति फिलहाल नियंत्रण में बताई जा रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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