अजय सूर्यवंशी, जशपुर। जिले के पठारी क्षेत्र में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र पहाड़ी कोरवा परिवार के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं, जिनको आज भी स्वास्थ्य सुविआएं मुहैया नहीं कराई जा रही है. इससे पकरीटोली में उल्टी दस्त से एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत हो गई है. पिछले एक सप्ताह के भीतर 4 लोगों की मौत हुई है.

पकरीटोली गांव की बात करें तो चिकित्सा सुविधाओं के अभाव के चलते पिछले 2 – 3 महीने के भीतर लगभग 15 से 20 पहाड़ी कोरवा की मौत हो गई है, जिसमें से ज्यादातर लोग बीमारियों से पीड़ित थे. आज भी यह विशेष संरक्षित जनजाति के लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं.

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सरगुजा संभाग से आते हैं, लेकिन उनके संभाग में स्वास्थ्य सुविधाओं की व्यवस्था नहीं है. जशपुर जिले के पहाड़ी कोरवा परिवार को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध न होना शासन-प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पर सवालिया निशान खड़ा करता है.

सरधापाठ पकरिटोली बस्ती में लगभग 100 परिवार निवास करते हैं. एक सप्ताह में दो परिवार के 4 लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक परिवार के तीन लोग शामिल हैं. मृतक के परिजनों ने बताया कि यहां स्वास्थ्य विभाग की टीम आज तक नही पहुंची है, जबकि इस बस्ती से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर उप स्वास्थ्य केंद्र है.

बावजूद इसके स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पहाड़ी कोरवा परिवार बाट जो रहा है. इस बस्ती में पीने के लिए साफ पानी तक नहीं है. गांव में न हैंडपंप है और न ही नलजल योजना के तहत पीने योग्य पानी पहुंचाया गया है. आज भी यंहा पहाड़ी कोरवा परिवार विकास की बाट जोह रहे हैं.

तमाम तरह की मूलभूत सुविधाओं के लिए यह परिवार तरस रहा है. जब हमने इस सम्बंध में ब्लॉक के जिम्मेदार अनुविभागीय अधिकारी आकांक्षा त्रिपाठी से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने कैमरा के सामने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया. SDM आकांक्षा त्रिपाठी का कहना है कि हमे जशपुर कलेक्टर ने किसी भी मामले में बाइट देने को मना किया है.

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