सवाईमाधोपुर. राजस्थान के रणथम्भौर अभयारण्य से फिर बुरी खबर आई है। यहां बाघों का कुनबा बढऩे की उम्मीद को तगड़ा झटका लगा है। दरअसल पिछले दिनों तीन शावकों के साथ नजर आई बाघिन टी-114 और उसके एक शावक की मौत हो गई है।
जंगल में मिले दोनों शव
दोनों के शव फलौदी रेंज के जंगल में मिले हैं। शावक का शव मंगलवार को सुबह 6 बजे नाहरी के नाले एनिकट में मिला। वहीं शाम को इस स्थान से 800 मीटर की दूरी पर बाघिन का शव भी वन विभाग की टीम ने कब्जे में ले लिया। बुधवार को बाघिन का पोस्टमार्टम किया जाएगा।
दो शावक हैं जीवित
25 जनवरी को ही टी—114 शावकों के साथ दोलाड़ा गांव के एक खेत में दिखी थी। बाघिन के शरीर पर चोट के निशान दिखे हैं। किसी बाघ के साथ संघर्ष की आशंका जताई जा रही है। वन अधिकारियों का मानना है कि शावकों को बचाने में बाघिन का किसी बाघ के साथ संघर्ष हुआ। शावक की मौत के पीछे सर्दी और भूख को प्रारंभिक कारण माना जा रहा है। वहीं शेष दो जीवित शावकों को अभेड़ा जैविक उद्यान भेजा जा रहा है।