संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। मुंगेली वनमण्डल के खुड़िया वन परिक्षेत्र अंतर्गत चचेड़ी बीट के कक्ष क्रमांक 492 में हाईवोल्टेज करंट तार की चपेट में आने से नर भालू की मौत का मामला सामने आया है. वहीं इस घटना से आसपास क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है. इस घटना में रेंजर की भी लापरवाही सामने आई है. सूचना के बाद भी रेंजर मौके से नदारद रहे.

दरअसल, घटना दरमियानी रात की बताई जा रही है. जहां 11हजार केव्ही हाई वोल्टेज करंट तार की चपेट में आने से नर भालू की मौत हो गई. वहीं सुबह ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचा, जिसका पंचनामा के बाद मृत नर भालू को कारीडोंगरी स्थित निरीक्षण कुटीर में लाया गया है.

पोस्टमार्टम के बाद अंतिम संस्कार किया जाना है. वहीं इस पूरे मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि एक तरफ मृत भालू का शव निरीक्षण कुटीर में पड़ा हुआ है तो दूसरी तरफ खुड़िया के रेंजर लक्ष्मण दास पात्रे अब तक मौके से नदारद हैं.

वहीं अब वन विभाग के अधिकारी की उदासीनता के चलते घटना के पांच घंटे बाद भी मृत भालू का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है. इधर रेंजर पर मामले को दबाने का आरोप भी लग रहा है.

भालू की मौत पर बेसुध रेंजर

मृत भालू के शव को दो वनरक्षक के भरोसे निरीक्षण कुटीर में छोड़ दिया गया है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर मौके से नदारद खुड़िया के रेंजर लक्ष्मण दास पात्रे ने फोन पर सूचना देते हुए बताया कि घटना कल रात की है. जहां करंट तार की चपेट में आने से नर भालू की मौत हुई है.

यहीं हुई थी दो तेंदुए की मौत

वहीं इस घटना को लेकर ग्रामीण ने बताया कि आये दिन क्षेत्र से रेंजर और एसडीओ नदारद रहते हैं. इस घटना के दौरान भी मौके से रेंजर सहित एसडीओ नदारद थे तो वहीं इस दफा भी घटना स्थल वही है. जहां पर साल भर पहले करंट तार की चपेट में आने से दो तेंदुए की मौत हुई थी, जिसमें वन विभाग ने खुलासा करते हुए कुछ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल दाखिल करने की कार्रवाई की थी. बहरहाल इस मामले में भी यदि निष्पक्ष जांच हुई तो कई चौंकाने वाले खुलासा होने की संभावना है.

भालू के नाखून, दांत समेत कई अंगों की होती है तस्करी

वन्य जीवों के अंग की तस्करी करने शिकारियों के द्वारा जंगल क्षेत्र में करंट तार बिछाया जाता है. लिहाजा यह है कि आए दिन वन क्षेत्रों में जंगली जानवरों के शिकार की घटना सामने आती है, जिस पर अंकुश लगाने वाले अधिकारी और कर्मचारी वन क्षेत्र में गस्त नहीं करते जिसका फायदा तस्कर खुलेआम उठाते आ रहे हैं.

बता दें कि खुड़िया वन क्षेत्र में पहले भी कई शिकार के मामले सामने आए हैं, जिसमें तस्करों की गिरफ्तारी भी हुई है. ऐसे में भालू की मौत की खबर सवालों के घेरे में हैं. वहीं इस मामले में उक्त भालू की मौत शिकारी द्वारा लगाए करंट तार की चपेट में होने की आशंका भी जताई जा रही है.

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