दिल्ली। ऐसा लगता है कि सरकारी अस्पताल मासूम बच्चों की कब्रगाह बन गए हैं। पहले राजस्थान के सरकारी अस्पताल में सैकड़ों बच्चों की मौत फिर गुजरात में पांच सौ बच्चों की मौत के बाद अब मध्य प्रदेश का सरकारी अस्पताल बच्चों की जान का दुश्मन बन गया है।
राजस्थान के कोटा और गुजरात के राजकोट के बाद अब मध्यप्रदेश के शहडोल में 12 घंटे के अंदर छह नवजात बच्चों की मौत हो गई है। एकसाथ आधा दर्जन बच्चों की मौत के बाद शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया है। आनन फानन में सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अस्पताल पहुंचे और घटना की जांच के आदेश दिये।
जिन बच्चों की मौत हुई है, वे सभी बच्चे आईसीयू में भर्ती थे। बच्चों की उम्र दो-तीन महीने की बताई जा रही है। जानकारी के मुताबिक सभी बच्चों को निमोनिया हुआ था। अस्पताल में एक साथ छह बच्चों की मौत से सरकार सकते में आ गई। आनन फानन में सरकार ने सीएमओ से मामले की रिपोर्ट मांगी है।