न्यामुद्दीन अली, अनूपपुर मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में एक विचाराधीन कैदी की इलाज के दौरान मौत हो गई। सूचना पर मौके पर पहुंचे परिजनों ने अस्पताल के बाहर जमकर हंगामा किया। परिजनों ने जहर देकर जान से मारने का आरोप लगाया है। परिवार वालों ने कहा कि मृतक को जबरदस्ती फर्जी मामले में फंसाकर उसे जेल भेज दिया गया था। वहीं दूसरे पक्ष पर FIR करने की मांग कर रहे है।

जानकरी के मुताबिक, मृत कैदी का नाम मूलचंद है। मूलचंद की मौत से नाराज परिजनों का आरोप है कि दो माह पहले जब मारपीट की शिकायत थाने में पहुंची थी तो पुलिस ने एक तरफा कार्रवाई की। उसके सिर में चोट थी लेकिन उसका इलाज नहीं कराया गया। पुलिस ने मृतक के खिलाफ धारा 307,294, 323, 506 के तहत मामला पंजीबद्ध किया था।

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वहीं इस पूरे मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हृदय गति रुकने से जिला अस्पताल में इलाज के दौरान कैदी ने दम तोड़ा है। कैदी की मौत किन परिस्थितियों में हुई यह जांच का विषय है। वहीं शव के पोस्टमार्टम के लिए टीम भी गठित कर दी गई। जिसमें मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कैदी का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

जमानत की अर्जी लगाने से पहले मौत

घटना स्थल पर मौजूद मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक मूलचंद की आज कोर्ट जमानत अर्जी लगाई जानी थी, लेकिन उसके पहले ही उसकी मौत हो गई। मृतक की बेटी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे पिता को जिला जेल में जहर दिया गया हैं। इससे कहीं ना कहीं जेल प्रशासन पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं।

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परिजन जिला जेल की सीसीटीवी फुटेज की भी मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस मामले की मजिस्ट्रेट जांच करने की बात कह रही हैं। फिलहाल घटनास्थल पर काफी संख्या में पुलिस बल तैनात है औरमृतक के परिजनों को समझाइश दी जा रही है। ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके।

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