लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद। मौत का कोई भरोसा नहीं है, अब अपने आगोश में समेट ले. ऐसा ही वाकया कचांदुर निवासी दीपकुमार के साथ हुई, जो मवेशी बांधने के लिए घर से बाहर निकला ही था कि अज्ञात वाहन ने अपनी चपेट में ले लिया. दीपकुमार की मौत से उद्वेलित ग्रामीण चक्काजाम कर रहे हैं, जिन्हें मनाने का प्रशासनिक अधिकारी भरसक प्रयास कर रहे हैं.

मिली जानकारी के अनुसार, दीपकुमार चंद्राकर पिता अशोक कुमार चंद्राकर मुख्यमार्ग से लगे अपने घर के बाहर मवेशी बांधने निकला ही था कि इसी दौरान अज्ञान वाहन चालक उसे ठोकर मारकर मौके से फरार हो गया. सुबह 5.30 बजे हुई घटना से उद्वेलित ग्रामीणों ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया.

मार्ग से वाहनों की आवाजाही बंद होने पर पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारी मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश देने लगे, लेकिन इसके पहले ही हो चुकी इस तरह की घटनाओं के बाद भी प्रशासन के कोई सबक नहीं लेने से सड़क से हटने को तैयार नहीं हैं. इस बीच बाधित यातायात को सुचारू करने गाड़ियों को दूसरे मार्ग पर डावर्ट किया जा रहा है.

संयोग या हादसा

मिली जानकारी के अनुसार, लगभग 10 साल पहले मृत दीपकुमार चंद्राकर की बहन तालाब से नहाकर अपने घर आ रही थी, उसी दौरान बस की ठोकर से उनकी मौत हो गई थी. आज उसी स्थान पर उनका बड़ा भाई काल के गाल में समा गया. इस वाकये से माता-पिता के सिर से बुढ़ापे का सहारा छीन गया है.

छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक