दिलीप साहू बेमेतरा। जिले के नवागढ़ विकासखंड के ग्राम भिलौरी में दो जीवित बुजुर्ग को मृत घोषित कर उसकी जमींन किसी दूसरे के नाम नामांतरण करने का मामला सामने आया है. दरअसल बुजुर्ग पति-पत्नी के जिंदा रहते हुए पटवारी नरसिंह ने उन्हे मृत घोषित कर जमीन को दूसरे के नाम नामांतरित कर दिया. इस मामले की फ़रियाद को लेकर बुजुर्ग पति-पत्नी जिला कार्यालय में आयोजित साप्ताहिक जन चौपाल में पहुंचे. जहां उन्होंने जिले की कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी को जमीन नामांतरण में गड़बड़ी मामले की जानकारी देते हुए मदद की गुहार लगाई.
ये बुजुर्ग दंपती अपनी जमीन पाने के लिए तीन साल से कलेक्ट्रेट कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं. ताकि उन्हें अपनी जमीन का हक वापस मिल सके. आज फिर ये दोनों पति-पत्नी कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. जहां उन्होंने कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी के सामने अपनी समस्या रखी साथ ही इस मामले कार्रवाई करने की गुहार लगाई. कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेत हुए कार्रवाई करने का आश्वासन दंपत्ति को दिया है.
बता दें कि पूरा मामला नवागढ़ ब्लाक के ग्राम भीलवनी का है जहां बुजुर्ग दंपती लगातार 3 वर्षों से बेमेतरा कलेक्ट्रेट के चक्कर काट रहे हैं, इनकी जमीन को पटवारी नरसिंह ने फौत उठाकर रामेश्वर वर्मा के नाम चढ़ा दिया है, लगभग डेढ एकड़ जमीन जो सतन बाई कि मां-बाप की जमीन थी. जो सतन बाई और अन्य परिवार के नाम पर थी जिसे पटवारी ने रामेश्वर वर्मा के नाम पर दर्ज कर दिया. वहीं सबसे बड़ा लापरवाही तब सामने आ जब 65 से 70 साल की बुजुर्ग पति-पत्नी जिंदा होते हुए भी दस्तावेज में मृत घोषित कर दिए गए. जिसको लेकर बुजुर्ग पति-पत्नी कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपनी समस्या के लिए कलेक्टर शिखा राजपूत तिवारी से गुहार लगाई हैं.
पीड़ित बुजुर्ग गोस्वामी ने बताया कि डेढ एकड़ जमीन को पटवारी नरसिंह ने मुझे और मेरी पत्नी को मृत घोषित कर रामेश्वर वर्मा के नाम से जमीन को नामांतरित कर दिया है. जिसके लिए हम तीन साल से भटक रहे हैं. लेकिन किसी भी तरह से कोई सुनवाई नहीं की गयी है.