पेरिस में आयोजित एक कार्यक्रम में Google DeepMind के CEO Demis Hassabis ने चीनी स्टार्टअप DeepSeek द्वारा विकसित AI मॉडल की प्रशंसा करते हुए इसे “चीन का अब तक का सबसे बेहतरीन काम” बताया. उन्होंने कहा कि DeepSeek की सफलता का राज़ इसकी उत्कृष्ट इंजीनियरिंग में छिपा है, जिसने तकनीकी परिदृश्य में भू-राजनीतिक स्तर पर भी असर डाला है.

DeepSeek ने हाल ही में अपने ओपन-सोर्स रीजनिंग AI मॉडल R1 का दावा किया, जिसे प्रमुख AI कंपनियों की तुलना में कम लागत पर और साधारण Nvidia चिप्स का उपयोग करते हुए विकसित किया गया है. इस घोषणा ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी और तकनीकी उद्योग में चर्चा का विषय बना.

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Hassabis ने यह भी स्वीकार किया कि DeepSeek को लेकर जो चर्चा हो रही है, उसमें कुछ हद तक अतिशयोक्ति भी हो सकती है. उन्होंने कहा, “यह कोई नया वैज्ञानिक आविष्कार नहीं है, बल्कि मौजूदा तकनीकों का सही ढंग से उपयोग किया गया है.” इसके अलावा, उन्होंने बताया कि AI उद्योग कृत्रिम सामान्य बुद्धिमत्ता (AGI) के करीब पहुँच रहा है, जिसे अगले पाँच वर्षों में हासिल किया जा सकता है.

AI नियमन पर अपने विचार साझा करते हुए Hassabis ने कहा, “AI को नियंत्रित करना जरूरी है, लेकिन नियमों को सही ढंग से तैयार करना एक चुनौती है, क्योंकि तकनीक की गति और जटिलता इसे समझना कठिन बना देती है.” उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया और Paris AI Action Summit जैसे कार्यक्रमों की महत्ता को रेखांकित किया, जो उद्योग, अकादमिक क्षेत्र, नागरिक समाज और सरकारों को एक मंच पर लाते हैं.

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इस प्रकार, DeepSeek की AI उपलब्धि ने वैश्विक तकनीकी परिदृश्य में नई चर्चा शुरू कर दी है, जिसमें नवाचार और AI नियमन के बीच संतुलन बनाने की चुनौती प्रमुख है.