DeepSeek के बढ़ते प्रभाव के चलते, ओपनएआई को अपने एआई मॉडल रिलीज़ करने की रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ रहा है. हाल ही में आयोजित रेडिट के AMA सेशन में सैम ऑल्टमैन ने स्वीकार किया कि कंपनी अपने ओपन-सोर्स आदर्शों से पीछे छूट गई है.
ऑल्टमैन ने कहा, “हमें एक अलग ओपन-सोर्स रणनीति तैयार करने की जरूरत है.” हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि यह कंपनी का सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं है और भविष्य में बेहतर मॉडल पेश किए जाएंगे, लेकिन पहले जितनी बढ़त नहीं रह पाएगी.
ओपनएआई ने पहले व्हिस्पर और ज्यूकबॉक्स जैसे मॉडल ओपन-सोर्स लाइसेंस के तहत जारी किए थे, परंतु इसके मुख्य एआई मॉडल जैसे o1 अभी भी बंद सिस्टम हैं. इस बीच, डीपसीक का उभरता हुआ R1 मॉडल पूरी तरह से ओपन-सोर्स है और MIT लाइसेंस के तहत उपलब्ध है, जिससे डेवलपर्स इसे मुफ्त में डाउनलोड, संशोधित और उपयोग कर सकते हैं.
ओपनएआई के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर केविन वील ने यह भी कहा कि कंपनी पुराने एआई सॉफ़्टवेयर को ओपन-सोर्स करने पर विचार कर रही है.
टेक्नोलॉजी जगत के अरबपति और ओपनएआई के सह-संस्थापक एलन मस्क ने भी कंपनी की आलोचना की है. मस्क का कहना है कि ओपनएआई अब अपने ओपन-सोर्स मूल्यों से दूर होकर एक बंद और मुनाफाखोर कंपनी बन गई है, जिसे अब माइक्रोसॉफ्ट द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है.
इस बीच, डीपसीक का R1 मॉडल, जो o1 का कड़ा विकल्प माना जा रहा है, पर ओपनएआई ने इसके खिलाफ बौद्धिक संपदा चोरी का आरोप भी लगाया है.
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