रायपुर। राजनांदगांव जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने शुक्रवार को डीएमएफ और जिले के विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक ली. खैरागढ़ डिवीजन में राजस्व विभाग के कामकाज नामांतरण बटांकन, फौती उठाने समेत राजस्व के निपटारे में हो रहे विलंब को लेकर खासी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने डिवीजन के चारों तहसीलदार को हटाने के निर्देश दिए. इसके अलावा जिले के भुइयां सॉफ्टवेयर को अपडेट कर किसानों और आम जनता को होने वाली समस्या को शीघ्र दूर करने के निर्देश दिए.

राजनांदगांव कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में मंत्री अकबर ने सबसे पहले डीएमएफ के फंड से हुए विकास कार्य, प्रस्तावित कार्य योजना और उपलब्ध राशि के संबंध में चर्चा की. प्रस्तावित कार्यों की सूची 127 करोड़ की थी, जबकि उपलब्ध राशि केवल आठ करोड़ थी. प्रभारी मंत्री ने कहा पैसा नहीं तो स्वीकृत नहीं जितना पैसा है,उतना ही कार्य स्वीकृत कीजिए. उन्होंने ने कहा जितनी राशि उपलब्ध है, उतने का ही प्रस्ताव बनाइए. जब राशि उपलब्ध हो जाएगी, अन्य प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा.

बैठक बाद मंत्री अकबर ने कोविड-19 के मरीजों के लिए ग्राम टेडसरा में स्थित कॉल सेंटर का निरीक्षण किया.

राजस्व विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि नामांतरण, बटांकन, फौती उठने समेत राजस्व के कितने प्रकरण लंबित हैं. इसमें कितने विवादित हैं और कितने अविवादित हैं. उन्होंने तहसीलवार पूरे जिले के राजस्व मामलों के कामकाज की समीक्षा की. डोंगरगढ़ और खैरागढ़ डिवीजन के कामकाज को लेकर मंत्री अकबर ने नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कलेक्टर को निर्देशित कर कहा कि खैरागढ़ डिवीजन के सभी तहसीलदार को हटा दें. साथ ही डोंगरगांव के एक तहसीलदार को भी हटाने के निर्देश दिए.

पटवारी मुख्यालय में नहीं रहते विधायकों की शिकायत के आधार पर प्रभारी मंत्री ने पटवारी, आरआई, तहसीलदार के कामकाज की मॉनिटरिंग कराने को कहा. साथ ही कलेक्टर को यह भी निर्देशित किया कि प्रत्येक ब्लॉक में औसत पटवारी आरआई होनी चाहिए. किसी ब्लॉक में पूर्णत: पद भरे हो और किसी ब्लॉक में बहुत ज्यादा पद रिक्त हो ऐसा नहीं होना चाहिए. जब तक रिक्त्त पदों पूरी भर्ती ना हो जाए तब तक सभी ब्लॉक में एक समान प्रतिशत में पटवारी और आरआई होनी.

डीएमएफ राशि खर्च की होगी जांच : विधायक दिलेश्वर साहू ने डीएमएफ की राशि गाइडलाइन के विपरीत खर्चे करने की शिकायत की. तब मंत्री अकबर ने इस मामले में जांच कमेटी बैठाकर पूरे प्रकरण की जांच कराने के आदेश दिए. जांच कमेटी में दो डिप्टी कलेक्टर शामिल होंगे. बैठक में डोंगरगांव विधायक दिलेश्वर साहू, मानपुर मोहला विधायक इंद्रशाह मंडावी, डोंगरगढ़ विधायक भुवनेश्वर बघेल, खैरागढ़ विधायक देवव्रत सिंह, राजनांदगांव विधायक डॉ रमन सिंह के प्रतिनिधि लीलाराम भोजवानी, जिले के कलेक्टर, एसपी समेत सभी विभाग के अधिकारी मौजूूद थे.