दिल्ली के ख्याला इलाके से तड़के पुलिस को PCR कॉल के जरिए 6 दिन की बच्ची के लापता होने की सूचना मिली. सूचना के आधार पर पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया तो उसे बगल के घर की छत पर एक बैग मिला, जिसे खोलने पर उसमें बच्चा मिला.

पुलिस ने तत्काल बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराया, जिसे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस के मुता​बिक यह घटना शनिवार सुबह 5 बजकर 30 मिनट की है. ख्याला थाना पुलिस ने बताया कि PCR कॉल आई कि 6 दिन की बच्ची लापता है. मामला संवेदनशील होने के कारण थाने के अधिकारी और कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंचे.

ऐसे मिली बच्ची के गायब होने की सूचना

प्रारंभिक पूछताछ में लापता बच्ची की मां शिवानी पत्नी विमलेश निवासी शाहदरा ने बताया कि उसे बीती रात अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी. उसके बाद वह अपने मायके आ गई थी. रात करीब 2 बजे वह बच्ची को दूध पिलाने के बाद उसके पास सो गई. सुबह करीब 4 बजकर 30 मिनट पर उठी तो बच्ची वहां नहीं थी.

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पुलिस को मां पर क्यों है शक?

जब पुलिस ने तलाशी अभियान चलाया तो शिवानी ने कहा कि उन्हें टांके हटवाने के लिए अस्पताल जाना होगा. उसका बयान पुलिस को थोड़ा अजीब लगा, लेकिन मेडिकल कंडीशन को देखते हुए पुलिस ने उन्हें नहीं रोका.

इस बीच पुलिस को तलाशी के दौरान बगल के घर की छत पर एक बैग मिला, जिसे खोलने पर उसमें बच्चा मिला. पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन डॉक्टरों ने बच्ची को मृत बताया.

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क्यों की मासूम की हत्या?

6 दिन की बच्ची की मां शिवानी ने शुरुआती पूछताछ में बताया कि यह उसकी 4 बच्ची थी, जिनमें से 2 की पहले ही मौत हो चुकी है. इस वजह से उसे सामाजिक कलंक का सामना करना पड़ रहा था. बच्चे को दूध पिलाते समय वह पुराने विचारों में खो गई और अपने ही बच्चे का गला घोंट दिया.

6 की दिन की बच्ची का गला घोंटने के बाद उसे बगल की छत पर फेंक दिया. उसके बाद वह सो नहीं पाई और उसे समझ नहीं आया कि परिवार के सदस्यों को क्या बताए, इसलिए उसने उन्हें बताया कि बच्चा गायब है. मां के बयान की पुष्टि करने और मौत के कारण का पता लगाने के लिए पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. ताकि ये साबित हो सके कि मां ने ही उसकी हत्या की.