Delhi Patel Nagar Assembly Seat Election 2025: दिल्ली विधानसभा का चुनावी दंगल तैयार हो गया है। राजधानी की सभी 70 सीटों पर कुल 699 सूरमा चुनाव लड़ेंगे। आज बात हम पटेल नगर विधानसभा सीट की करेंगे। जहां पर दलबदलू नेताओं के बीच मुकाबला होगा। इस सीट पर सबसे कम प्रत्याशी भी चुनावी मैदान में है। भारतीय जनता पार्टी ने यहां से एक बार जीत हासिल की है तो कांग्रेस ने तीन बार कब्जा जमाया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने बीते तीन चुनावों में विरोधियों को मात देकर जीत की हैट्रिक लगाई है। आइए जानते है इस सीट का इतिहास…
दिल्ली की पटेल नगर विधानसभा सीट 70 सीटों में से एक हैं। यह नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यह सीट चुनाव से पहले चर्चा में आ गई है। ऐसा इसलिए क्यों कि यहां से इस बार पार्टी बदलू नेता चुनावी मैदान में है। इस बार पार्टी बदल कर दूसरे दल में शामिल होने वाले नेताओं के बीच मुकाबला होगा। दलबदलू नेताओं के चुनावी दंगल में उतरने से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है।
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दल बदल कर लड़ रहे चुनाव
पटेल नगर विधानसभा सीट पर जाटव मतदाता चुनाव को प्रभावित करने की स्थिति में हैं। यहां से प्रमुख प्रत्याशियों में आम आदमी पार्टी से प्रवेश रतन, भारतीय जनता पार्टी से राजकुमार आनंद और कांग्रेस से महिला उम्मीदवार कृष्णा तीरथ शामिल है। AAP उम्मीदवार प्रवेश रतन ने साल 2020 का चुनाव बीजेपी के टिकट पर लड़ा था। इस बार पाला बदलकर उन्होंने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है। वहीं राजकुमार आनंद आम आदमी पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं। साल 2025 के चुनाव में वे भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
एक बार बीजेपी, तीन बार कांग्रेस और AAP की हैट्रिक
पटेल नगर सीट पर साल 1993 के चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी। यहां से प्रत्याशी मेवा राम आर्य विधायक चुने गए थे। इसके बाद यहां सीट कांग्रेस और AAP के बीच मुकाबले का केंद्र बनी हुई है। साल 1998 से 2008 तक कांग्रेस ने पटेल नगर से लगातार जीत हासिल की। वहीं आम आदमी पार्टी ने भी साल 2013, 2015 और 2020 के चुनावों में जीत कर हैट्रिक लगाई।
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साल 1998 और 2003 में कांग्रेस के रमाकांत गोस्वामी ने लगातार दो बार चुनाव जीता। वहीं वर्ष 2008 में कांग्रेस के ही राजेश लिलोठिया ने जीत का सिलसिला बरकरार रखा। इसके बाद साल 2013 के चुनाव में राजकुमार आनंद की पत्नी वीना आनंद ने AAP की टिकट पर जीत दर्ज की। 2015 में आप के हजारी लाल चौहान और 2020 में AAP के राजकुमार आनंद ने अपनी जीत का परचम लहराया।
समस्या और मतदाताओं की संख्या
पटेल नगर विधानसबा की यूं तो कई समस्या है, लेकिन इनमें प्रमुख कॉलोनियों की गलियों में सड़के खराब, लापरवाही से कूड़ा फेंकना, बिजली के तारों की अव्यव्सथा और ट्रैफिक जाम की समस्या है। बात करें मतदाताओं की तो इस सीट पर कुल 2 लाख से अधिक मतदाता है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 8 हजार से ज्यादा, महिला 92 हजार से अधिक और थर्ड जेंडर की संख्या करीब 33 हैं।
पटेल नगर में सबसे कम 5 प्रत्याशी
दिल्ली विधानसभा चुनाव का रण पूरी तरह से तैयार हो चुका हैं। चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी है। EC के मुताबिक, नाम वापस लेने की प्रक्रिया के बाद दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर कुल 699 प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। इनमें सबसे ज्यादा कैंडिडेट नई दिल्ली विधानसभा सीट पर है, यहां से कुल 23 प्रत्याशी चुनावी मैदान में है। वहीं सबसे कम पटेल नगर और कस्तूरबा नगर में है, इन दोनों सीटों पर 5-5 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। आपको बता दें कि दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर एक फेस में 5 फरवरी को मतदान होगा। वहीं 8 फरवरी को रिजल्ट घोषित किया जाएगा।
बीजेपी-कांग्रेस करेगी वापसी या फिर AAP लगाएगी जीत का चौका ?
पटेल नगर विधानसभा सीट पर पार्टी बदलकर दूसरे दल में गए नेताओं के बीच दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है। अब देखना होगा कि क्या बीजेपी यहां से दूसरी बार जीत या कांग्रेस वापसी कर पाएगी। या फिर आम आदमी पार्टी इस सीट से जीत का चौका लगाने में कामयाबी होगी। यह तो 8 फरवरी को पता चल जाएगा।
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