Delhi Assembly Election 2025: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी तेज की है. बीजेपी शहरी मतदाताओं के साथ-साथ झुग्गी बस्तियों में रहने वाले मतदाताओं पर भी ध्यान दे रहा है, पार्टी झुग्गी बस्तियों में अपना प्रभाव बढ़ा रही है. 11 जनवरी को झुग्गी प्रधानों के साथ गृह मंत्री अमित शाह की बैठक होगी. वे झुग्गी बस्तियों के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं और कार्यक्रमों के बारे में बताएंगे.
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में झुग्गी झोपड़ी मतदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है. बीजेपी नेता ने जेजे क्लस्टर में रात बिताने का अभियान भी शुरू किया था, जहां झुग्गी वहां मकान, बीजेपी की केंद्र सरकार ने भी इसका अभियान चलाया है.
दिल्ली में 675 झुग्गी झोपड़ी क्लस्टर हैं
PM मोदी ने पिछले हफ्ते दिल्ली के अशोक विहार में 1675 फ्लैट दिए. दिल्ली के 675 झुग्गी झोपड़ी क्लस्टर में से 21% पूर्वी और उत्तर पूर्वी लोकसभा सीटों पर हैं, जहां आम आदमी पार्टी को पिछले दो विधानसभा चुनावों में अच्छा समर्थन मिला था. इस बार बीजेपी इन वोटों को जीतने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. पिछले चार से पांच महीनों से, झुग्गी बस्ती विस्तारक अभियान के तहत दिल्ली भाजपा के कई नेता झुग्गियों में गए हैं और उनके दुःख और सुख को जानने की कोशिश कर रहे हैं. दो दर्जन दिल्ली भाजपा नेता हर हफ्ते एक रात झुग्गियों में बिता रहे हैं.
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भाजपा के लिए दिल्ली चुनाव क्यों है मुश्किल?
25 साल से अधिक समय से दिल्ली की सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाए बैठी भाजपा, स्थानीय नेतृत्व की कमी और आंतरिक विवादों के कारण मुश्किल में फंसती दिख रही है.
साथ ही, कांग्रेस और सत्तारूढ़ आप ने महिलाओं के लिए मासिक भत्ते जैसे चुनावी वादे किए हैं, और कांग्रेस ने दिल्ली में सत्ता में आने पर 25 लाख रुपये की स्वास्थ्य बीमा योजना का भी वादा किया है. भाजपा केजरीवाल की आक्रामक अभियान रणनीतियों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने में भी असमर्थ रही है, जिससे आम आदमी पार्टी (AAP) को अपने प्रतिद्वंद्वियों पर बढ़त मिलती है.
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हालांकि भाजपा कुछ उम्मीदें रखती है क्योंकि पार्टी दिल्ली में जीतने के लिए वही रणनीति अपनाने जा रही है जो उसने हरियाणा और महाराष्ट्र में अपनाई थी. विभिन्न मुख्यमंत्रियों के समर्थन और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के समर्थन ने भी इसके आधार को मजबूत किया है. 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के चुनाव 5 फरवरी को होंगे, और 8 फरवरी को मतों की गिनती होगी.
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