नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने दिल्ली के तीन नगर निगमों का एकीकरण करने संबंधी दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक 2020 को शुक्रवार को विपक्षी दलों के सदस्यों के विरोध के बीच लोकसभा में पेश किया. तमाम विरोधों के बीच दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने फैसले का स्वागत करते हुए कहा है कि इससे अब निगम आर्थिक रूप से मजबूत होगा. आदेश गुप्ता ने संसद में निगम के एकीकरण बिल पेश होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया और कहा कि पिछले काफी दिनों से दिल्ली की बेहतरी के लिए निगम कर्मचारी, पदाधिकारी एवं नेता निगम के एकीकरण की मांग कर रहे थे, जिसके बाद लिए गए इस फैसले से निगम आर्थिक रूप से और मजबूत होगा और पैसों के अभाव के चलते रुके हुए कामों को गति मिलेगी, क्योंकि निगम दिल्ली की जीवनरेखा है. जिसे अरविंद केजरीवाल पूरी तरह से ध्वस्त करने का षड्यंत्र करते रहे हैं.

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केजरीवाल सरकार विकास कार्यों में लगा रही है अड़ंगा- आदेश गुप्ता

आदेश गुप्ता ने आगे कहा कि निगम के बंटाधार के बाद जिस तरह से दिल्ली सरकार द्वारा निगम को आर्थिक रूप से परेशान किया जा रहा था, चाहे वह जनसुविधाएं हों, पार्कों के सौंदर्यीकरण की व्यवस्था हो, सफाई-व्यवस्था हो या फिर विकास की बात हो, इन सभी फंडों को दिल्ली सरकार द्वारा रोक दिया गया था, लेकिन आज एकीकरण होने के दहलीज पर खड़े निगम के कारण केजरीवाल के मंसूबों पर पानी फिर गया है. विधेयक के उद्देश्यों एवं कारणों के अनुसार, सरकार देश की राजधानी में नागरिक सेवाएं प्रदान करने और वित्तीय कठिनाइयों एवं क्रियाशील अनिश्चितताओं को दूर करने के प्रयास के तहत दिल्ली नगर निगम संशोधन विधेयक 2022 लाई है. दरअसल केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने गृह मंत्री अमित शाह की तरफ से लोकसभा में दिल्ली नगर निगम (संशोधन) विधेयक – 2022 को पेश किया. वहीं इस बिल का कांग्रेस, बसपा और आरएसपी सांसदों ने जमकर विरोध किया.