नई दिल्‍ली। दिल्‍ली सरकार सरकारी स्कूलों की तस्वीरों को बदलने के साथ उनको लेकर आमजनों में बनी धारणा को भी तोड़ने में लगी है. इस कड़ी में दिल्ली माध्यमिक शिक्षा मंडल (DBSE) ने अपने स्‍कूलों में अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर की पढ़ाई कराने जा रहा है, इसके लिए बोर्ड ने इंटरनेशनल बैकलॉरिएट (IB) के साथ एमओयू किया है.

दिल्‍ली के 30 सरकारी स्‍कूलों में IB कार्यक्रम को लागू किया जाएगा. कक्षा 9 से 12 के लिए 20 स्‍पेशलाइज्‍ड स्‍कूल ऑफ एक्‍सीलेंस (SSoE) होंगे, जबकि नर्सरी से कक्षा 8 की खातिर 10 सर्वोदय विद्यालय होंगे. दिल्‍ली के निवासियों के लिए SSoE में रजिस्‍ट्रेशन जल्‍द शुरू होगा. एडमिशन एक एप्‍टीट्यूड टेस्‍ट के जरिए होंगे.

क्‍या है इंटरनेशनल बैकलॉरिएट?

आईबी एक प्राइवेट इंटरनेशनल एजुकेशन बोर्ड है. इसका कार्यालय स्विटजरलैंड के जिनेवा में है. दुनियाभर में करीब 5,000 स्‍कूल इससे संबद्ध है, जिनमें भारत के 193 स्‍कूल भी शामिल हैं. दिल्‍ली के जिन 30 सरकारी स्‍कूलों में आईबी के पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ाई कराई जाएगी, वहां एक क्‍लास में 30 से ज्‍यादा स्‍टूडेंट्स नहीं होंगे. इसके अलावा टीचर्स को इंटरनेशनल बोर्ड की ओर से ट्रेनिंग मिलेगी.