दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मनजिंदर सिंह सिरसा आज पंजाब दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा गठित विशेष जांच टीम (SIT) ने 1984 के सिख विरोधी दंगों के दोषी सज्जन कुमार को सजा दिलवाई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजीव गांधी के इशारे पर कांग्रेस नेताओं, खासकर सज्जन कुमार ने यह नरसंहार करवाया था। जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब इन नेताओं को ऊंचे पद दिए गए थे। उन्होंने कहा कि उस समय के कई कांग्रेस नेता, जो अब भी पार्टी में हैं, सजा भुगत रहे हैं।
40 साल बाद मिली सज्जन कुमार को सजा
मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सज्जन कुमार को इस अपराध के 40 साल बाद सजा मिली। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने CBI के जरिए सज्जन कुमार को क्लीन चिट दिलाने की कोशिश की थी, लेकिन अब वह मामला फिर से खोला गया है। लंबे संघर्ष के बाद दोषियों को सजा मिली है।
उन्होंने यह भी कहा कि कानपुर सिख दंगों में शामिल लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और SIT द्वारा दायर किए गए मामलों में दोषियों को सजा दी गई है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।

राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा
1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में दोषी ठहराए गए पूर्व कांग्रेस सांसद सज्जन कुमार को राउज़ एवेन्यू कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। वह पहले से ही दिल्ली कैंट मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं। अदालत ने 1 नवंबर 1984 को दिल्ली के सरस्वती विहार इलाके में जसवंत सिंह और उनके बेटे तरुणदीप सिंह की बेरहमी से हत्या के मामले में सज्जन कुमार को दोषी करार दिया।
इस घटना से संबंधित FIR उत्तर दिल्ली के सरस्वती विहार पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। यह FIR उन हलफनामों के आधार पर दर्ज की गई थी, जो शिकायतकर्ताओं ने रंगनाथ मिश्रा आयोग के सामने पेश किए थे।
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