मोहाली, पंजाब। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज पंजाब के मोहाली में हैं. यहां वे शिक्षकों के धरने में पहुंचे हैं. उन्होंने यहां टीचरों से कहा कि आपकी भर्ती 2003 में हुई है. इसके बाद 18 साल में 10 साल अकाली और 8 साल कांग्रेस के रहे, लेकिन उन्होंने आपके लिए कुछ नहीं किया. केजरीवाल ने कहा कि बस एक बार आप अपने इस छोटे भाई को मौका देकर देखो. अगर हम न करें, तो अगली बार हमें लात मारकर भगा देना. केजरीवाल ने कहा कि हम भी आंदोलन से निकले हुए हैं. हमारा मिशन है कि जहां भी जाओ, सबसे पहले स्कूलों को ठीक करो. उन्होंने कहा कि अगर हमारी सरकार पंजाब में आती है, तो हम शिक्षकों को नियमित भी करेंगे और एजुकेशन सिस्टम के बारे में जानने के लिए फॉरेन भी भेजेंगे.

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चन्नी सरकार पर केजरीवाल का हमला

आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह एयरपोर्ट से मोहाली आए, तो होर्डिंग देखे कि 36 हजार कर्मचारी पक्के कर दिए गए हैं. केजरीवाल ने कहा कि जब उन्होंने शिक्षकों से जानना चाहा, तो उन्होंने बताया कि अब तक उन्हें पक्का नहीं किया गया है. केजरीवाल ने कहा कि इससे पहले सफाई कर्मचारियों ने कहा कि उन्हें भी पक्का नहीं किया गया. केजरीवाल ने पूछा कि 36 हजार कौन से कर्मचारी पक्के किए गए ? पंजाब सरकार झूठ बोल रही है.

पंजाब में लाएंगे दिल्ली मॉडल- केजरीवाल

 

केजरीवाल ने कहा कि पहले दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती थी. सरकारी स्कूलों का माहौल खराब था. केजरीवाल ने कहा कि जैसे हमने दिल्ली की शिक्षा और स्कूलों को ठीक किया, वैसा ही पंजाब में भी करेंगे. केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में शिक्षकों को 6 हजार वेतन मिल रहा है, जबकि दिल्ली में तो मजदूर को भी 15 हजार रुपए मिलते हैं. पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह पर केजरीवाल ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि परगट सिंह कहते हैं कि हमारे स्कूल देश में सबसे अच्छे हैं. परगट को यहां आकर टीचरों से पूछना चाहिए कि स्कूल कितने अच्छे हैं.

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भगवंत मान बोले- स्कूलों को बाहर से रंग करने से कुछ नहीं होगा

इस मौके आप के पंजाब प्रधान भगवंत मान ने कहा कि जिन्होंने पंजाब के बच्चों का भविष्य बनाना था, वह अपने भविष्य के लिए लड़ रहे. ऐसे में बच्चे पंजाब से बाहर नहीं जाएंगे तो कहां जाएंगे? उन्होंने कहा कि पंजाब लावारिस हो गया है. टीचरों को टावरों पर चढ़ना पड़ रहा है और सरकारें सिर्फ ऐलान कर रही हैं. स्कूल को बाहर से रंग करने से वह स्मार्ट नहीं बनता. स्कूल के अंदर से बच्चा क्या सीखकर आता है, टीचरों को क्या माहौल मिलता है, इस पर बहुत कुछ निर्भर होता है.

 

केजरीवाल ने पिछले दौरे में पंजाब के अध्यापकों को दी थी 8 गारंटी

  1. पंजाब में 18 साल से कच्चे और कॉन्ट्रैक्ट पर अध्यापक काम कर रहे हैं. 18 साल से उनका वेतन 10 हजार रुपए है, जबकि दिल्ली में 15 हजार से कम किसी का वेतन नहीं है. पंजाब में वह न्यूनतम वेतन तय करेंगे.
  2. आप की सरकार बनते ही सभी ठेके वाले और आउटसोर्स टीचर्स को पक्का करेंगे.
  3. ट्रांसफर पॉलिसी में सुधार होगा. घरों के पास काम करने का मौका मिलेगा. अध्यापकों से उनके स्कूल पूछे जाएंगे.
  4. टीचर्स से सिर्फ पढ़ाई करवाई जाएगी. क्लर्क, बीएलओ और मतगणना जैसे काम नहीं करवाए जाएंगे.
  5. पंजाब में टीचर्स के खाली पदों को भरा जाएगा.
  6. दिल्ली में टीचर्स को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजा जाता है, वैसे ही पंजाब के टीचर्स को भी IIM लखनऊ, अहमदाबाद के अलावा अमेरिका और फिनलैंड भेजा जाएगा.
  7. अध्यापकों की प्रमोशन टाइम बाउंड की जाएगी, ताकि सब तरक्की करें.
  8. अध्यापकों के परिवारवालों की भी कैशलेस हेल्स पॉलिसी की जाएगी.