दिल्ली की क्राइम ब्रांच पुलिस (Delhi Crime Branch Police) ने साइको किलर (Psycho killer) चंद्रकांत झा को गिरफ्तार (Chandrakant Jha arrested) किया है। जो ‘दिल्ली का कसाई’ (Delhi ka kasai) के नाम से मशहूर है। चंद्रकात झा ने 18 हत्याएं की है। बताया गया कि वह लोगों को मर्डर कर सिर कटी लाश तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के बाहर फेंक देता था। शव के पास एक नोट भी छोड़ता था। इस सीरियल किलर पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का नाम घोषित किया था। आरोपी पर नेटफ्लिक्स (Netflix) ने ‘इंडियन प्रिडेटर: द बुचर ऑफ दिल्ली’ नामक फिल्म बनाई थी।
‘दिल्ली का कसाई’ के रूप में फेमस चंद्रकांत झा ने साल 1998 से 2007 के बीच राजधानी में सीरियल मर्डर से आतंक मचाया था। वह हत्या के तीन मामलों में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। वह एक साल से अधिक समय तक गिरफ्तारी से बचता रहा। चंद्रकांत अक्सर उत्तर प्रदेश और बिहार से आए युवाओं को निशाना बनाता था। जो युवा काम की तलाश में दिल्ली आते थे, उससे वह दोस्ती करता था। उन्हें खाना पीना और रहने की जगह देता और फिर उनकी बेदर्दी से हत्या कर देता था। हत्या के बाद उनके शवों के टुकड़े कर देता था।
ये भी पढ़ें: दिल्ली का सीरियल किलर चंद्रकांत झा गिरफ्तार… दिल्ली में की 18 हत्या, तिहाड़ जेल के बाहर फेंकता था सिर कटी लाश
लाश के पास छोड़ता था लिखित नोट
चंद्रकांत झा मर्डर के बाद सिर, पैर और हाथ को अलग-अलग हिस्सों में काट देता था। इसके बाद उन शवों के टुकड़ों को दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर बिखेर देता था। तिहाड़ जेल के बाहर सिर कटी लाश फेंकता था। हत्या के बाद फेंकी गई लाशों के साथ एक नोट छोड़ता था। जिसमें हमेशा लिखा होता था ‘तुम्हारा बाप+जीजाजी। सी.सी।’ वह शवों को बुरी तरह से क्षत-विक्षत कर देता था। जिससे उन्हें पहचान कर पाना बेहद मुश्किल हो जाता था। रिपोर्ट के मुताबिक, झा ने 18 हत्याओं को वीभत्स तरीके से अंजाम दिया था। आधिकारिक तौर पर इस साइको किलर पर सात हत्या के मामलों और छह अन्य अपराधों का आरोप है।
चंद्रकांत झा की क्राइम कुंडली
- 1998 से 2007 के बीच 7 लोगों की हत्या।
- हत्या समेत अपराध के 13 मामले दर्ज।
- 1998 में अपनी पहली हत्या के लिए गिरफ्तार हुआ था।
- 2013 में दोषी करार, फांसी की सजा मिली थी।
- लेकिन बाद सें फांसी की सजा उम्रकैद में बदल गई थी।
- अगस्त 2023 को पैरोल पर रिहाई के बाद फरार हुआ था।
- पुलिस ने सूचना देने पर 50 हजार इनाम रखा था।
- नई दिल्ली स्टेशन से बिहार जाते समय गिरफ्तार किया गया।
बिहार से दिल्ली आया था
चंद्रकांत झां का जन्म साल 1967 में बिहार में हुआ था। वह घोसाई गांव का रहने वाला है। झा की मां एक स्कूल शिक्षिका थीं। उसे लगता था कि मां ने उसके बजाय अपने पेशे को प्राथमिकता दी। इससे नाराज होकर वह अपना गांव छोड़ने और कहीं और नौकरी की तलाश करने का फैसला लिया। इसके बाद वह साल 1990 में दिल्ली आ गया था। यहां आने के बाद वह आजादपुर में काम करने लगा। झां मंडी में सब्जी बेचने के साथ ही कुछ समय तक लेबर का काम भी किया। कुछ दिनों बाद वह यहीं पर सेटल हो गया। झा ने आठवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। उसने दो शादियां की हैं। बताया गया कि उसकी पहली शादी ज्यादा दिन नहीं चली, लेकिन दूसरी शादी से उसकी पांच बेटियां हुईं।
आजादपुर मंडी में पहला झगड़ा, बदलना लेने के लिए किया मर्डर
चंद्रकांत का आजादपुर मंडी में काम करते समय अपने साथी सब्जी विक्रेता पंडित से झगड़ा हो गया था। उसने चाकू से उसके हाथ को घायल कर दिया। पंडित ने इसकी शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके कारण अक्टूबर 1988 में चंद्रकांत को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस हिरासत से रिहा होने के बाद झा ने पंडित से बदला लेने की योजना बनाई। उसने पंडित का करीबी दोस्त होने का नाटक किया और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया। मामला अनसुलझा रहा, क्योंकि पंडित का सिर कभी नहीं मिला और उसका शव लावारिस रहा। साल 1998 में अपनी पहली हत्या के लिए गिरफ्तार किए गए झा को 2002 तक जेल में रखा गया। इसके बाद अधूरे सबूतों की वजह से उसे रिहा कर दिया गया था।
हमदर्द बनकर करता था मदद, फिर…
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, झा अक्सर काम खोजने में मदद कर, उन्हें खाना देकर और अपने भाइयों की तरह उनके साथ व्यवहार कर युवाओं की मदद करता था। उनके साथ रहने के दौरान वह शराब पीने, मांस खाने, महिलाओं से छेड़छाड़ करने या झूठ बोलने जैसी उनकी छोटी-छोटी हरकतों पर आपत्ति जताता था। उसका व्यवहार क्रूर हो जाता था और हत्याओं को अंजाम देता था। पुलिस पूछताछ के दौरान झा ने अपने माता-पिता पर बचपन में खुद की उपेक्षा करने का भी आरोप लगाया है।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक