Delhi Crime News: दिल्ली और आसपास के राज्यों में उच्च गुणवत्ता वाले नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) की तस्करी और संचालन राष्ट्रीय सुरक्षा और वित्तीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा है. नकली मुद्रा की तस्करी में शामिल सिंडिकेट के संदिग्ध सदस्यों की गतिविधियों पर निगरानी रखी गई थी. क्राइम ब्रांच के हेड कांस्टेबल मोहित बालियान को विशेष इनपुट प्राप्त हुआ था कि मालदा (पश्चिम बंगाल) स्थित एक कार्टेल भारत के विभिन्न हिस्सों में नकली भारतीय मुद्रा नोट (FICN) संचालन करने में शामिल है.

अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रविंद्र सिंह यादव के अनुसार, इंस्पेक्टर केके शर्मा की टीम जाली मुद्रा की तस्करी में शामिल गिरोह के संदिग्ध सदस्यों की गतिविधियों पर निगरानी रख रही थी. इस दौरान हवलदार मोहित बलियान को सूचना मिली कि मालदा, पश्चिम बंगाल स्थित एक गिरोह दिल्ली/एनसीआर सहित भारत के विभिन्न हिस्सों में जाली नोटों की तस्करी कर रहा है. दो सदस्य नोटों की खेप देने दिल्ली के साकेत मेट्रो स्टेशन के पास आएंगे. इसके बाद एसीपी अरविंद शर्मा व इंस्पेक्टर केके शर्मा के नेतृत्व में एसआई राहुल गर्ग, एसआई राज कुमार, हवलदार कपिल राज शर्मा व मोहित बालियान ने घेराबंदी कर संजय कॉलोनी, ओखला फेज- 2 निवासी रोहन कुमार और गुरूग्राम निवासी मोहम्मद इमरान को गिरफ्तार कर लिया.

इनकी तलाशी में 1.20 लाख की कीमत के पांच सौ के जाली नोट बरामद हुए. आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्हें मालदा निवासी वसीम से आधे दाम पर जाली नोट लिए हैं. इसके बाद रोहन के घर पर छापा मारकर 50,000 के जाली नोट बरामद किए गए. रोहन ने पुलिस को बताया कि वह संगम विहार में मीट की दुकान चलाने वाले इमरान के संपर्क में आया. उसने उसे जाली नोट की तस्करी करने वाले गिरोह के बारे में बताया. इमरान ने ही उसे वसीम से मिलवाया.