नई दिल्ली : पूर्वी दिल्ली के मानसरोवर पार्क इलाके में एक चार मंजिला मकान में शुक्रवार को भीषण आग लग गई, जिसमें तीन परिवार फंस गए. दमकल विभाग और पुलिस की टीमों ने छह लोगों को बाहर निकालकर जीटीबी अस्पताल पहुंचाया, जहां दो परिवार के चार लोगों को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.

मृतकों की पहचान रचना, उनकी सात माह की बेटी रूडो, दूसरे परिवार को गोरी सोनी और उनके बेटे प्रथम के रूप में हुई है. अस्पताल में प्रभावती व राधिका का इलाज चल रहा है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दम घुटने से मौत हुई है. शुरुआती जांच में शार्ट सर्किट को आग का कारण माना जा रहा है.

पुलिस के अनुसार, राम नगर की गली नंबर 26 में भरत सिंह अपने 50 गज के चार मंजिला मकान में रहते हैं. वाइपर बनाने का उनका काम है. भूतल पर उन्होंने मशीन और बाइपर की रबर रखी थी. अंदर से ही ऊपरी मंजिल पर जाने की सीढ़ियां हैं. वे अपनी पत्नी प्रभावती के साथ पहली मंजिल पर रहते हैं. दूसरी मंजिल पर रचना अपने पति विनोद और सात माह की बेटी स्वकी के साथ रहती थीं. तीसरी मंजिल पर गोरी पति आशुतोष सोनी, बेटे प्रथम और बेटी राधिका के साथ रहती थीं.

वहीं, चौथी मंजिल पर सुनीता मिश्रा पति व तीन बच्चों के साथ रहती हैं. चौथी मंजिल पर रहने वाले लोग हादसे के समय वहां मौजूद नहीं थे. शुक्रवार शाम भूतल पर रखी वाइपर शीट में आग लग गई. करीब 5:22 बजे पड़ोसियों ने भूतल से धुआं निकलता देखकर शोर मचाया तो मकान मालिक समय रहते घर से बाहर आ गए. रबड़ में इतनी भीषण आग लगी थी कि लपटें घर के बाहर तक जा रही थीं. ऐसे में इमारत में ऊपरी मंजिलों पर रह रहे लोगों को इतना समय नहीं मिला कि वे छत पर जाकर अपनी जान बचा सकें. सीढ़ियों पर भी आग की लपटें थीं.

इन लपटों को देखकर मकान मालिक की पत्नी प्रभावती बालकनी में खड़ी हो गई. पुलिस ने पड़ोसियों की सहायता से गली में सीढ़ी लगाकर प्रभावती को बालकनी से नीचे उतारा और अस्पताल भेज दिया. बाद में दमकल विभाग व पुलिस की टीम पड़ोसियों के घर से छत पर पहुंचकर दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी. तीसरी मंजिल पर गोरो, प्रथम और राधिका अचेत हालत में थीं. दूसरी मंजिल पर रचना व उनकी बेटी रूही अचेत हालत में थीं. उन्हें छत के रास्ते बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चार को मृत घोषित कर दिया गया.