नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस की तैयारी आम से खास तक जोर शोर से करने में जुटे हैं. स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के मौके पर दिल्ली के लोग खूब पतंगबाजी करते हुए दिखाई पड़ते हैं. इस अवसर पर दिल्ली के छतों, पार्कों और खुली जगहों से भारी संख्या में लोग पतंगबाजी करते हुए देखे जा सकते हैं.
बीते कई सालों से पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझे के इस्तेमाल से आम लोगों के साथ-साथ जीव जंतुओं के जख्मी होने की घटनाएं तेजी से बढ़ी है. इसको देखते हुए दिल्ली पुलिस के बाद अब दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने चाइनीज मांझे के इस्तेमाल, बिक्री व उत्पादन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है. नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई के दिशा निर्देश दिए गए हैं .
बिजली सप्लाई करने वाली अग्रणी पावर यूटिलिटी टाटा पावर डीडीएल ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पतंगबाजी के दौरान बिजली उपकरणों और ओवरहैड पावर लाइनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की है. डिस्कॉम ने लोगों को आगाह किया है कि बिजली के तारों से मैटल कोटिंग वाले मांझे के लिपटने से बिजली सप्लाई बाधित हो सकती है और इसके कारण आवश्यक सेवाओं पर असर पड़ सकता है. इससे सभी के लिए असुविधा का कारण भी बन सकती है.
वहीं कंपनी का कहना है कि पतंग उड़ाने के लिए मैटल कोटिंग वाले मांझे का इस्तेमाल बिजली नेटवर्क के लिए ही खतनाक नहीं होता, बल्कि बिजली का सुचालक होने के चलते इससे पतंग उड़ा रहे व्यक्ति के लिए भी खतरा बढ़ जाता है और उसे करंट लग सकता है. स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में राजधानी में जगह-जगह पतंगें उड़ायी जाती है और जरा सी असावधानी होने पर बिजली सप्लाई में भी बाधा आती है.
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने मांझे को लेकर की ये अपील
चाइनीज मांझे से होने वाली दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इस पर पूर्ण प्रतिबंध का निर्देश देते हुए कहा कि, यदि दिल्ली में पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझे का इस्तेमाल किया जाता है तो संबंधित व्यक्ति पर विभिन्न धाराओं के अंतर्गत दंडात्मक कार्रवाई होगी. ऐसे मांझा केमिकल से बनाए जाते हैं जो पूरी तरह जानलेवा होते हैं. इसलिए जो भी व्यक्ति ऐसे मांझे का इस्तेमाल पतंगबाजी में करेगा उसे 5 साल की सजा और लाख रुपए तक का जुर्माना देना पड़ सकता है. स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के आसपास भारी संख्या में लोग पतंगबाजी करते हैं, इस दौरान पूरी तरह से दिल्ली में चाइनीज मांझे के बिक्री, खरीदारी भंडारण, उत्पादन सभी पर रोक रहेगा.
इस संबंध में चाइनीज मांझे के इस्तेमाल को रोकने के लिए सामाजिक संस्थाओं और विभागीय अफसरों द्वारा भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. अधिकारियों द्वारा लगातार अपील की जा रही है कि पतंगबाजी के दौरान ऐसे मांझा का इस्तेमाल बिल्कुल न करें. केमिकल से बने ऐसे मांझे आम लोगों के साथ-साथ पशु, पक्षियों और सड़कों पर चलने वाले अन्य जीव जंतुओं के लिए काफी खतरनाक और जानलेवा साबित होते हैं. सरकार, दिल्ली पुलिस, एमसीडी और अन्य विभागों द्वारा स्पष्ट हिदायत है कि इस बार पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझे का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें.