नई दिल्ली . नए सत्र से दिल्ली सरकार के वर्चुअल स्कूल में छात्रों को विशेषज्ञों से जेईई-नीट की फ्री कोचिंग मिलेगी. शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिए हैं कि दिल्ली माडल वर्चुअल स्कूल के लिए अगले 5 साल का एक्शन प्लान तैयार किया जाए. वर्चुअल स्कूल के लिए इस सत्र में दाखिले जल्द ही शुरू होने वाले हैं.
बैठक में दिल्ली मॉडल वर्चुअल स्कूल में छात्रों को विशेषज्ञों द्वारा जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग देने का फैसला लिया गया. इसके अलावा बाजार में नौकरी की मांग वाले पाठ्यक्रमों जैसे कोडिंग, डिजिटल मीडिया एंड डिजाईन, फाइनेंस एंड एकाउंटिंग को शामिल करने पर भी चर्चा हुई है. बैठक में वर्चुअल स्कूल में छात्रों को इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स द्वारा डिजाईन किए गए कम अवधि वाले कौशल विकास के पाठ्यक्रम शुरू करने पर भी फैसला हुआ है. इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि आज देश ही नहीं, बल्कि दुनिया में भी केजरीवाल सरकार के शिक्षा मॉडल की चर्चा हो रही है. दिल्ली के बाहर भी लोग इस शिक्षा मॉडल के साथ जुड़ना चाहते हैं.
सरकार का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना और समावेशी बनाना है, ताकि सभी राज्यों के विद्यार्थी उसका हिस्सा बन सकें. उन्होंने कहा, ‘‘ डीएमवीएस में एक प्रत्यक्ष संस्थान के सारे लाभ हैं, लेकिन यह डिजिटल स्वरूप में है तथा डीबीएसई से संबद्ध है. आज दिल्ली समेत 13 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के विद्यार्थी यहां पढ़ रहे हैं और इस साल हमारा ध्यान उसकी पहुंच बढ़ाने पर है. हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सभी के लिए उपलब्ध हो, भले ही वे देश के किसी भी हिस्से में हों.”
उन्होंने कहा कि दिल्ली मॉडल वर्चुअल स्कूल के माध्यम से हमारा उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को अधिक सुलभ बनाना है ताकि बड़ी संख्या में भारत के किसी भी कोने में बैठा छात्र अपनी सुविधा के अनुसार इसका हिस्सा बन सकें. शिक्षा मंत्री ने कहा कि बेहतरीन शिक्षा देने के लिए केजरीवाल सरकार ने पिछले साल दिल्ली वर्चुअल स्कूल की शुरुआत की थी. एक ऐसा स्कूल जिसका कोई भौतिक ढांचा तो नहीं है, लेकिन उसमें स्कूल जैसी सारी खूबियां हैं.