नई दिल्ली . दिल्लीवालों को आरओ के पानी की आपूर्ति करने के लिए जल बोर्ड ने ट्यूबवेल के साथ आरओ प्लांट लगाने पर काम शुरू कर दिया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जल बोर्ड अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने कहा कि जल बोर्ड आरओ के पानी की आपूर्ति करेगा.पायलट योजना के तहत 30 स्थानों पर प्लांट लगाए जा रहे हैं. हालांकि, कुल 500 स्थानों पर आरओ प्लांट लगाए जाने हैं. आरओ प्लांट से पानी लेने वाले उपभोक्ताओं के लिए आरएफ पहचान पत्र जारी किया जाएगा.
एक बड़ा निर्णय लेते हुए आरओ प्लांट से जल लेने वालों के लिए आरएफ आईडी कार्ड जारी किये जाने का निर्णय लिया गया है. बताया जा रहा है कि इससे आरओ प्लांट से जल पर निर्भर लोगों की सही संख्या का पता लगाया जा सकेगा. इससे आरओ प्लांट के माध्यम से होने वाली जल की खपत और बाद में इसके उत्पादन में भी मदद मिलेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं खुद पानी के उत्पादन और आपूर्ति की निगरानी करूंगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि रोजाना शोधन के बाद पानी के उत्पादन और प्राथमिक भूमिगत जलाशय तक पहुंचने वाले पानी का आंकड़ा उन्हें उपलब्ध कराएं. ट्यूबवेल के साथ आरओ प्लांट लगाने के लिए जो जमीन चिह्नित की गई है उस पर काम करने के लिए संबंधित विभागों के साथ जरूरी प्रक्रियाओं का जल्द निस्तारण करें.
पानी की बड़ी खपत पार्कों और सड़कों के किनारे लगे पौधों को सींचने में भी होती है. यह लक्ष्य निर्धारित किया गया है कि एसटीपी संयंत्रों द्वारा शोधित जल की पूरी खपत कर इस मद में एसटीपी संयंत्रों द्वारा शोधित जल का पूरा-पूरा उपयोग किया जाए. सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की क्षमता बढ़ाने पर काम चल रहा है. कहा गया है कि अगले साल तक एसटीपी की क्षमता बढ़कर 950 एमजीडी तक हो जाएगी. यह दिल्ली में सामान्य दिनों में होने वाली जल की कुल खपत के बराबर है.