नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में कत्ल का एक सनसनीखेज वारदात सामने आया है. यहां एक पति ने अपनी ही पत्नी की पहले तो हत्या कर दी, फिर जुर्म को छिपाने के मकसद से इसे दूसरा रंग देने की कोशिश की. हत्या के बाद आरोपी ने पुलिस में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन कहते हैं कि कानून के हाथ लंबे होते हैं, इसलिए वो अपने गुनाह को छिपा न सका. दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दिल्ली के एक विक्रेता को अपनी पत्नी की हत्या करने और उसके लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. इस अपराध को दो लोगों ने मृतक महिला के पति 32 वर्षीय सुनील कुमार और उसके 27 वर्षीय छोटे भाई छोटू ने मिलकर अंजाम दिया था. दोनों साप्ताहिक बाजारों में वेंडर का काम करते थे.

पति की भूमिका शुरू से थी संदिग्ध

पुलिस उपायुक्त दक्षिण बेनिता मैरी जयकर ने कहा कि 26 जून को सुनील कुमार द्वारा मैदानगढ़ी पुलिस स्टेशन में महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई थी. शिकायतकर्ता ने कहा कि उसकी पत्नी 13 जून से उसके घर से बिना किसी सूचना के चली गई थी. हालांकि, जांच के दौरान पति की भूमिका की जांच की गई और उसे संदेहास्पद पाया गया. आरोपी ने सही समय पर पत्नी के लापता होने की रिपोर्ट नहीं लिखवाई थी.

ये भी पढ़ें: मंत्री सत्येंद्र जैन की न्यायिक हिरासत 2 सप्ताह के लिए और बढ़ाई गई, 11 जुलाई को अगली सुनवाई

आरोपी पति गिरफ्तार, देवर फरार

डीसीपी ने कहा कि काफी समय और लगातार पूछताछ के बाद, लापता महिला का पति टूट गया और उसने खुलासा किया कि उसने अपनी पत्नी की 14 जून को अपने भाई के साथ मिलकर हत्या कर दी थी, क्योंकि वह अपनी पत्नी की आदतों से तंग आ चुका था. आरोपी ने पुलिस को बताया कि जब उसे पता चला कि उसके ससुराल वालों ने उसकी पत्नी की हत्या के आरोप में उसके खिलाफ बुलंदशहर (यूपी) में शिकायत दर्ज कराई है, तो उसकी सुरक्षा के लिए, वह अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराने की कोशिश कर रहा था. डीसीपी ने कहा कि उसकी सूचना पर भट्टी खदान वन क्षेत्र से लापता महिला का शव बरामद किया गया. इस बीच, दूसरा आरोपी छोटू अभी भी फरार है.

ये भी पढ़ें: कोरोना वैक्सीनेशन अभियान को दी जाएगी और गति, मोहल्ला क्लीनिकों में शुरू होगा वैक्सीनेशन सेंटर