Delhi MCD Election 2025: दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के 12 क्षेत्रीय वार्ड समितियों में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष के पदों के लिए 2 जून को चुनाव होने वाले हैं। चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन मंगलवार के दिन कांग्रेस को छोड़ सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपने उम्मीदवारों के पर्चे दाखिल किए। जानकारी ने अनुसार AAP, BJP और इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (IVP) के प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया। AAP, BJP और इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (IVP) के प्रत्याशियों की लिस्ट दिल्ली नगर निगम ने जारी की है।

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किस पार्टी के कितने उम्मेदवारों ने दाखिल किये पर्चे

जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने 21, AAP ने 25 और IVP ने 2 उम्मीदवारों के पर्चे दाखिल किए। बीजेपी ने 8 जोन (सिविल लाइंस, केशवपुरम, नरेला, मध्य, दक्षिण, नजफगढ़, शाहदरा उत्तरी और शाहदरा दक्षिण) में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों पदों के लिए उम्मीदवार उतारे हैं। वहीं, रोहिणी और पश्चिम जोन में केवल उपाध्यक्ष के लिए और सिटी सदर पहाड़गंज व करोल बाग जोन में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा।

आम आदमी पार्टी ने 11 जोन (सिटी सदर पहाड़गंज, सिविल लाइंस, करोल बाग, रोहिणी, नरेला, पश्चिम, दक्षिण, नजफगढ़, शाहदरा उत्तरी, शाहदरा दक्षिण) में दोनों पदों के लिए उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि मध्य जोन में केवल अध्यक्ष पद के लिए।

वहीं IVP ने रोहिणी और पश्चिम जोन में सिर्फ अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार उतारे हैं। वार्ड समिति के चुनाव के बाद MCD की स्थायी समिति के गठन का रास्ता साफ होगा।

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क्यों अहम है ये चुनाव?

बता दें कि, समिति का गठन MCD के कामकाज को सुचारू बनाने के लिए जरूरी है. ये समितियां स्थानीय स्तर पर विकास कार्यों और नीतियों को लागू करने में अहम भूमिका निभाती हैं। साथ ही, स्थायी समिति के गठन से निगम के बड़े फैसलों को मंजूरी मिलेगी। दिल्ली की जनता इस चुनाव को लेकर उत्साहित है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि उनके जोन में चुने गए प्रतिनिधि साफ-सफाई, सड़क और बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान दें। अब सबकी नजर 2 जून के मतदान और उसके नतीजों पर टिकी है।

बात करें AAP की तो पहले दिल्ली नगर निगम यानि MCD में उसकी सरकार थी। लेकिन उसके हाथ से अब राज्य और निगम दोनों की सत्ता अब निकल चुकी है। AAP की पूरी कोशिश रहेगी की वह निगम चुनाव में कम से कम चुनाव जीत जाये। यह जीत उसके लिए ऑक्सीजन का काम करेगी। वहीं बीजेपी की कोशिश रहेगी की वह कई सालों बाद हासिल MCD पर कब्जे को बरकरार रखे।

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