नई दिल्ली। राजधानी में येलो अलर्ट घोषित किए जाने के दो दिन बाद भी दिल्ली मेट्रो यह तय नहीं कर पा रहा है कि कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों को अभी लागू करे या बाद में. इस समय प्रतिदिन 50 प्रतिशत से अधिक यात्री सार्वजनिक परिवहन में चढ़ना जारी रखे हुए हैं. डीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि ज्यादातर लोग अभी भी प्रतिबंधों के बारे में नहीं जानते हैं और मेट्रो में चढ़ना जारी रखे हुए हैं. दो-तीन दिनों के भीतर स्थिति नियंत्रण में आ जाएगी. यात्रियों ने कहा कि इसका कारण कार्यालयों में उपस्थिति अनिवार्य होना है. एक अन्य यात्री ने कहा कि दिल्ली परिवहन निगम की बसें भी केवल 50 प्रतिशत यात्रियों के साथ चल रही हैं, हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं बचा है. इस बीच कुछ यात्रियों ने कहा कि वे नए साल से पहले आने-जाने और अपने काम पर जाने और सामाजिक मेलजोल के दौरान हरसंभव सावधानी बरत रहे हैं.

Corona Cases in Delhi : दिल्ली में आ गई तीसरी लहर ! गुरुवार को मिले 1300 से ज्यादा नए मरीज

 

दिल्ली सरकार ने 28 दिसंबर को येलो अलर्ट के तहत प्रतिबंधों की घोषणा की थी, जिसके तहत दिल्ली मेट्रो को केवल 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ चलना चाहिए और यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है. यह निर्णय शहर में कोविड-19 से संक्रमण की दर लगातार दो दिनों तक 0.5 प्रतिशत से ऊपर रहने के बाद लिया गया है. हालांकि, शहर भर के विभिन्न मेट्रो स्टेशनों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं, क्योंकि लोग अपने दैनिक जीवन में हमेशा की तरह चलते रहे. इस पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने गुरुवार को प्रति ट्रेन यात्रियों की संख्या 200 घटाने की घोषणा की. आम तौर पर एक ट्रेन में 2,400 तक यात्री सवार होते हैं. 8 डिब्बों वाली मेट्रो ट्रेन में आम तौर पर लगभग 2,400 यात्री सवार हो सकते हैं, जिसमें प्रति कोच लगभग 50 बैठने वाले यात्री रहते हैं और 250 यात्री खड़े रहते हैं.

कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन से दिल्ली की अर्थव्यवस्था पर पड़ा असर, केजरीवाल सरकार ने की केंद्रीय टैक्स में हिस्सेदारी बढ़ाने की मांग

 

Delhi Metro Rail Corporation ने एक विज्ञप्ति में कहा कि 50 प्रतिशत बैठने और खड़े नहीं होने के मौजूदा प्रतिबंधों के साथ प्रत्येक कोच अब केवल 25 यात्रियों को समायोजित कर सकता है.

 

दिल्ली में कोरोना के केस 1300 के पार

गौरतलब है कि गुरुवार 30 दिसंबर को दिल्ली में कोरोना के 1313 नए मरीज मिले हैं. 26 मई के बाद दिल्ली में सबसे अधिक केस दर्ज किए गए हैं. दिल्ली में कोरोना की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए सरकार और लोगों दोनों में चिंता है. लोगों के मन में ये आशंका है कि कहीं ये तीसरी लहर की दस्तक तो नहीं है. दिल्ली में कोरोना संक्रमण की दर बढ़कर 1.73% हो गई है, वहीं 66 लोग ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. इससे पहले बुधवार को दिल्ली में 923 नए कोविड मरीज मिले थे. वहीं पॉजिटिविटी रेट 1.29% थी. इधर दिल्ली में संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए कई तरह के प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. यहां येलो अलर्ट और रात्रि कर्फ्यू दोनों जारी है. वहीं स्कूल-कॉलेज, सिनेमा, जिम, योगा, एंटरटेनमेंट पार्क, स्पा वगैरह बंद हैं. मेट्रो को भी 50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही चलाया जा रहा है. जबकि ऑटो रिक्शा और कैब में दो यात्री तक बैठ सकते हैं. दुकानें और मॉल एक दिन छोड़कर एक दिन खुलेंगे. वहीं शादियों या अंतिम संस्कार में केवल 20 लोगों के शामिल होने की अनुमति है.