नई दिल्ली . मेट्रो परिसर में किसी तरह के नुकसान पहुंचाने, आपत्तिजनक हरकत करने के बाद अब आप बच नहीं पाएंगे. दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) मेट्रो स्टेशन पर परिसर पर अपने मौजूदा CCTV कैमरे को अपग्रेड करके आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) आधारित कैमरे लगाने का फैसला किया है. शुरुआत एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन से की जाएगी. बताते चलें कि, दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर सुरक्षा व्यवस्था के लिए कुल 14 हजार CCTV कैमरे लगाकर निगरानी की जाती है.

मेट्रो के मुताबिक, यात्रियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता होती है. उसी के तहत हम अपने सुरक्षा व्यवस्थाओं को अपग्रेड करते रहते हैं. वर्तमान में हजारों CCTV कैमरे के जरिए पूरे नेटवर्क की निगरानी की जाती है. अब AI कैमरे का प्रयोग बढ़ा है. इसलिए हम प्रयोग के तौर पर एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर ओपेक्स मॉडल के तहत AI आधारित सीसीटीवी कैमरे लगाने का फैसला किया है. हमने खुली निविदा जारी की है, जिसमें कंपनी को आगे आकर एआई आधारित CCTV कैमरे की खासियत बतानी होगी. मेट्रो के मुताबिक यह कैमरे ओपेक्स मॉडल के तहत लगाएं जाएंगे. मसलन उसे लगाने से लेकर उसके संचालन की जिम्मेदारी भी उसी कंपनी की होगी. मेट्रो उसे लगाने व उसके रखरखाव का सिर्फ खर्च उठाएगी. फिलहाल एआई कैमरे के लिए 5.54 करोड़ रुपये की लागत आंकी गई है. इस कैमरे के जरिए हम मेट्रो परिसर में अगर कुछ आपत्तिजनक घटना घट रही है तो कैमरे से चिह्नित करके उसका अलर्ट कंट्रोल रूम को भेज सकेंगे.

जुलाई से चालक रहित परिचालन

दिल्ली मेट्रो के मुताबिक चालक रहित मेट्रो परिचालन की शुरुआत जुलाई से होगी. इसके तहत मजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम से बॉटेनिकल गार्डन) और पिंक लाइन (मजलिस पार्क से मौजपुर) दो कॉरीडोर पर शुरू किया जाएगा. इसका बीते लंबे समय से ट्रायल चल रहा है. दोनों कॉरीडोर की लंबाई 97 किलोमीटर है. वर्तमान में भी यह बिना चालक के दखल के चलती है, लेकिन उसमें एक सहायक मौजूद रहता है. चालक रहित परिचालन के तहत इसमें सहायक भी हटाएं जाएंगे.