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Delhi BJP MLA Mohan Singh Bisht: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी ने दो तिहाई बहुमत से जीत हासिल की है। इतना ही नहीं मुस्लिम बाहुल्य सीट मुस्तफाबाद विधानसभा में भी पार्टी ने इस बार भगवा (BJP का झंडा) परचम लहराया है। यह करिश्मा मोहन सिंह बिष्ट ने किया। वे लगातार 6वीं बार विधायक चुने गए। सबसे सीनियर विधायक होने के नाते मोहन सिंह का नाम दिल्ली विधानसभा के स्पीकर के लिए लगभग तय माना जा रहा है।
शनिवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव का परिणाम जारी किया। राजधानी की मुस्लिम बाहुल्य सीट मुस्तफाबाद सीट से मोहन सिंह बिष्ट ने जीत दर्ज की। वे छठी बार विधायक बने। जीतने के बाद मोहन सिंह ने कहा कि में 6वीं बार विधायक चुना गया हूं, सबसे सीनियर विधायक हूं। इस नाते मैं भी सीएम पद का दावेदार हूं। आइए जानते है मोहन सिंह बिष्ट के बारे में…
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उत्तराखंड से आते हैं मोहन सिंह बिष्ट, 6वीं बार चुने गए विधायक
मोहन सिंह बिष्ट का जन्म 2 जून 1957 को हुआ। वे मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के अजोली गांव के रहने वाले हैं। साल 1976 दिल्ली में हैं। यहां आते ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की थी। वे 1990 के दशक से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हैं। मोहन सिंह पहली बार 1998 में करावल नगर सीट से विधायक चुने गए। इसके बाद 2003, 2008, 2013 और 2020 में लगातार विधायक बने। साल 2025 में बीजेपी ने उन्हें करावल नगर विधानसभा से मुस्तफाबाद शिफ्ट किया था, जो मुस्लिम बाहुल्य सीट है।
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करावल नगर की जगह मुस्तफाबाद से मिला टिकट
करावल नगर से कपिल मिश्रा को टिकट देने पर उन्होंने शीर्ष नेतृत्व से सख्त नाराजगी जाहिर की थी। फिर मोहन सिंह बिष्ट मुस्तफाबाद से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हुए और पार्टी के भरोसे को कायम रखते हुए यहां से भी शानदार जीत हासिल की। वे मुस्तफाबाद से चुनाव जीतकर छठी बार विधानसभा पहुंचे हैं। साल 2015 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़े और बीजेपी के कपिल मिश्रा से चुनाव हार गए थे।
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17 हजार से अधिक वोटों से जीता चुनाव
मुस्तफाबाद में मुस्लिम वोटरों की संख्या करीब 45 फीसदी है। आप ने आदिल अहमद खान, कांग्रेस ने अली मेहदी और AIMIM ने दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को टिकट दिया था। चुनाव की मतगणना में मोहन सिंह बिष्ट किसी भी राउंड में पीछे नहीं हुए और अंत में उन्होंने कांग्रेस और एआईएमआईएम प्रत्याशियों को करारी शिकस्त दी है। मोहन सिंह को कुल 85,215 वोट मिले। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी AAP के आदिल अहमद खान को 17, 578 मतों से धूल चटाई। आदिल अहमद को कुल 67, 637, AIMIM प्रत्याशी ताहिर हुसैन को 33,474 और कांग्रेस उम्मीदवार अली मेहदी को 11,763 वोट मिले।
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मुस्तफाबाद का नाम बदलने की कही बात
कल रविवार को उन्होंने मुस्तफाबाद का नाम बदलने की बात कही थी। मोहन बिष्ट ने कहा कि राजनीतिक दल मुस्तफाबाद पर मेहरबान क्यों हो रहे है, जहां हिंदू रह रहे हो, हिंदू की आबादी हो, उसका नाम शिव पुरी या शिव विहार क्यों नहीं हो सकता, ये मैं करूंगा। इसके अलावा आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधा हैं। मोहन ने कहा कि दिल्ली में विकास नाम की कोई चीज़ नहीं है। मैं प्रयास करूंगा कि जहां पीने का पानी, सड़के, स्कूल, पार्क और आने-जाने की कोई सुविधा नहीं है, वहां इन कामों को पूरा किया जाए।
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