नई दिल्ली. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) इंसान के बूढ़ा होने के कारणों पर शोध करेगा. इस अध्ययन में व्यक्ति के स्वस्थ जीवन के रहस्यों, युवा और बुजुर्गों में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों समेत कई अन्य जानकारियां जुटाई जाएंगी. एम्स के जिरियाट्रिक मेडिसिन विभाग द्वारा यह शोध पहली बार किया जा रहा है. इच्छुक लोग इस शोध का हिस्सा बनने के लिए एम्स से संपर्क कर सकते हैं.
एम्स इस शोध के लिए 10 से 80 साल की उम्र के लोगों का चयन करेगा. चयनित लोगों के दिल, दिमाग, और शरीर के अन्य अंगों की संरचना और उनमें होने वाले परिवर्तनों का गहन अध्ययन किया जाएगा. यह देखा जाएगा कि उम्र बढ़ने के साथ इनमें क्या बदलाव होते हैं. इस शोध के लिए कुल 200 लोगों का चयन किया जाएगा और उन्हें उम्र के आधार पर पांच अलग-अलग समूहों में बांटा जाएगा. इन समूहों के गठन में एक ही परिवार के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी, ताकि पूरी पीढ़ी के कारकों का अध्ययन हो सके. यह अध्ययन तीन साल तक चलेगा.इस शोध के परिणामस्वरूप पता चलेगा कि उम्र बढ़ने के साथ शरीर में क्या परिवर्तन आते हैं और इससे भविष्य में होने वाली बीमारियों की पहचान समय रहते की जा सकेगी. विशेषज्ञों का कहना है कि हर पीढ़ी में कुछ न कुछ कारण होते हैं जो उम्र बढ़ने के साथ शरीर को कमजोर और रोगग्रस्त बनाते हैं. इन कारणों की पहचान होने पर उन्हें पहले ही सुधारा जा सकेगा.
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वृद्धावस्था चिकित्सा विभाग की डॉक्टर राशि जैन ने पत्रकारों को बताया कि यह शोध पीढ़ियों में उम्र बढ़ने से होने वाली जटिलताओं को समझने में मदद करेगा. शोध में अत्याधुनिक तकनीकों और बहु-विषयक दृष्टिकोण का उपयोग किया जाएगा. इसके परिणामस्वरूप, भविष्य में इन कारणों पर आधारित जांच और स्वास्थ्य सेवाओं को विकसित किया जा सकेगा.
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