नई दिल्ली. महिला एवं बाल-विकास मंत्री आतिशी ने मंगलवार सुबह लक्ष्मी नगर स्थित दो आंगनबाड़ी केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने केंद्र में बच्चों और आंगनबाड़ी कर्मचारियों से बात की और बच्चों को मिल रही सुविधाओं की पड़ताल की. आतिशी ने यहां बच्चों को मिल रहे भोजन की स्वयं खाकर जांच भी की.

इस दौरान आतिशी ने कहा कि अपने स्कूलों को शानदार बनाने के बाद अब केजरीवाल सरकार अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन को विश्वस्तरीय बनाने की दिशा में काम कर रही है. हम आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को वे सभी सुविधाएं मुहैया कराना चाहते हैं, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो. साथ ही सरकार ने आंगनबाड़ी कर्मियों के लिए खास प्रशिक्षण कार्यक्रम भी तैयार किया है. उन्होंने कहा कि एक से छह साल की उम्र में जब बच्चे आंगनबाड़ी में आते हैं तो वे बहुत जिज्ञासु होते हैं. वे अपने आसपास की हर चीज के बारे में जानने के लिए उत्सुक रहते हैं. शोध बताते है कि एक बच्चे के मस्तिष्क का सबसे ज़्यादा विकास एक से छह साल की उम्र के दौरान होता है. ऐसे में आंगनबाड़ी कार्यकत्री यह सुनिश्चित कर रही हैं कि यहां आने वाले हर बच्चे को बेहतर शिक्षा और पोषण मिले.

विजिट के दौरान आतिशी ने कहा कि सेंटर पर साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखा गया है. आंगनवाड़ी के हर हिस्से को इस प्रकार व्यवस्थित किया गया है ताकि वो बच्चों की लर्निंग का हिस्सा बने. साथ ही बच्चे की लर्निंग के लिए खेल पिटारा किट का भी अच्छे से इस्तेमाल किया जा रहा है. लंच के दौरान बच्चों में हाथ धोने की अच्छी आदत विकसित की गई है. ये सब देखते हुए डब्ल्यूसीडी मंत्री ने आंगनवाड़ी वर्कर्स की सराहना की.

साथ ही उन्होंने अधिकारियों को आंगनवाड़ी की दीवारों को और कलरफ़ुल बनाने और उसपर बच्चों के अनुकूल पेंटिंग बनाने के निर्देश दिये. और इस पूरी प्रक्रिया में कम्यूनिटी और स्कूली बच्चों को शामिल करने की बात कही. बातचीत के दौरान आंगनवाड़ी वर्कर्स ने कहा कि सरकार द्वारा आंगनवाड़ी का रंग-रूप बदला गया है और यहाँ सभी जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही है. ऐसे में आंगनवाड़ी के बदले स्वरूप से आसपास के लोग काफ़ी खुश है और अपने बच्चों को इस आंगनवाड़ी में भेजने के लिए काफी उत्सुक है.