नई दिल्ली. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे को जीटी रोड (एनएच-91) से जोड़ने का रास्ता साफ हो गया है. एनएचएआई के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर प्रवेश और निकासी को लेकर थर्ड पार्टी ऑडिट का काम पूरा हो गया. अब सहमति बनी है कि क्रॉसिंग रिपब्लिक (एबीईएस कॉलेज) कट से पहले (दिल्ली की तरफ) ही एक्सप्रेसवे की लेन से प्रवेश और निकासी रहेगी.

एनएचएआई ने मुख्यालय को लालकुआं से पहले एक्सप्रेसवे की लेन से वाहनों की निकासी बनाने का प्रस्ताव दिया था, जिस पर मुख्यालय ने थर्ड पार्टी ऑडिट कराने का फैसला लिया. बीते दिनों थर्ड पार्टी से जुड़े इंजीनियरों और विशेषज्ञों की टीम ने निरीक्षण किया. ट्रैफिक का दबाव और मौके पर उपलब्ध जगह को देखा, जिसके बाद सहमति बनी कि क्रॉसिंग रिपब्लिक कट से करीब 500 मीटर पहले ( दिल्ली की तरफ) आमने-सामने प्रवेश और निकासी बनाया जाए, क्योंकि यहां पर एनएच और सर्विस लेन से आ रहे वाहन भी प्रभावित नहीं होंगे. अब थर्ड पार्टी ऑडिट को रिपोर्ट पर वित्तीय मंजूरी मिलनी है, जिसके बाद आगे का काम शुरू हो जाएगा.

केंद्रीय राज्यमंत्री ने निरीक्षण किया था मौजूदा समय में दिल्ली से गाजियाबाद आने वाले लोगों को यूपी गेट के बाद डासना में ही निकलने का विकल्प मिलता है. वहीं, गाजियाबाद से दिल्ली जाने वाले वाहनों को भी डासना के बाद यूपी गेट पर जाकर ही एनएच से एक्सप्रेसवे की लेन में प्रवेश मिल पाता है.

ऐसी स्थिति में व्यस्त समय में एनएच-9 की लेन में जाम लगा रहता है. उधर, इंडिया रोड कांग्रेस की गाइडलाइन के हिसाब से हर एक्सप्रेसवे को एनएच से जोड़ा जाना जरूरी है, लेकिन इस हिस्से में पड़ने वाली जीटी रोड (एनएच-91) को एक्सप्रेसवे से नहीं जोड़ा गया.

काफी मांग के बाद केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने एक्सप्रेसवे की लेन से प्रवेश और निकासी बनाने का निर्देश दिया. बीते दिनों केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने भी मौके का दौरा किया था.