नई दिल्ली . मंगोलपुरी इंडस्ट्रियल एरिया में जीन्स मैन्युफैक्चरिंग कारोबारी से गैंगस्टर नीरज बवानिया के नाम पर एक करोड़ रुपये की एक्सटॉर्शन मनी मांगने से जुड़ा है. इस मामले में दिल्ली पुलिस ने बिजनेसमैन के एक्स एम्प्लॉई सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
कारोबारी के पास 16 से लेकर 18 अप्रैल तक रंगदारी की आठ से 10 कॉल्स आई थीं. फोन करने वाले ने उससे एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी. रंगदारी नहीं देने पर कारोबारी और उसके परिवार के सदस्यों को जान से मारने की धमकी दी थी.
इस मामले में शिकायतकर्ता के बयान के आधार पर रानी बाग थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है. डीसीपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल डीसीपी अमित वर्मा के मार्गदर्शन और एसीपी मंगोलपुरी राजबीर सिंह मलिक की देखरेख में रानी बाग थाने के इंस्पेक्टर जितेंद जोशी और राज पार्क थाने के एसएचओ ललित कुमार के नेतृत्व में दो टीमों का गठन कर मामले की जांच में लगाया गया था. इसके अलावा टीम ने कारोबारी के पूर्व कर्मचारियों पर नजर रखी थी.
जांच के बाद पुलिस को ये स्पष्ट हो गया कि एक वर्ष पहले नौकरी छोड़ चुका कारोबारी का पूर्व कर्मचारी रंगदारी मांग रहा था. जांच के बाद इंस्पेक्टर जितेंद्र जोशी और चंद्रशेखर की टीम ने कई दिन की जांच के बाद पूर्व कर्मचारी आनंद को गांव सलहपुर माजरा डबास से गिरफ्तार कर लिया. उसने शिकायतकर्ता को नीरज बवानिया के नाम से डराकर पैसों की उगाही करने की योजना बनाई थी. इस योजना में आनंद ने अजय उर्फ काला को शामिल कर लिया. काला ही बिजनेसमैन को एक करोड़ रुपए देने के लिए कॉल करता था. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने अजय उर्फ काला को भी दबोच लिया और वारादत में प्रयुक्त मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किया. इस मामले में पुलिस दोनों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुटी है.