Delhi News : 44 नागरिक कल्याण समितियों (RWAs), सामाजिक संगठनों और स्वयंसेवी संस्थाओं ने उपराज्यपाल को पत्र लिखा है, इस पत्र में उन्होंने चिंता जताई है.
हत्या, जानलेवा हमले, लूट, छेड़खानी जैसी जघन्य वारदातों को लेकर दिल्ली के प्रायः इलाकों से एलजी को पत्र भेजे गए है.
प्रगति मैदान सुरंग में लूट की सनसनीखेज वारदात को लेकर कारोबारियों से लेकर आम जनता में भय का माहौल है,
संगठनों ने कहा, अब तो परिवार के बच्चों व महिलाओं को घर से बाहर भेजने में भी उन्हें डर लगने लगा है.
लोगों ने एलजी से क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता और मौजूदगी बढ़ाने के लिए तत्काल कदम उठाने की अपील की है.
उन्होंने कहा है कि, यदि क़ानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के तत्काल उपाय नहीं किए गए तो दिल्ली से हो सकता है व्यापारियों का पलायन हो जाए.
देश की राजधानी दिल्ली में बेलगाम बदमाशों द्वारा लूट की यह घटना 24 जून 2024 की रात की है. लूट के आरोप में गिरु्तार सभी चार आरोपियों ने प्रगति मैदान सुरंग के अंदर एक डिलीवरी एजेंट और उसके सहयोगी से बंदूक की नोक पर 1.5 से 2 लाख रुपये की नकदी लूट ली थी. इस घटना की वीडियो फुटेज वायरल होने के बाद दिल्ली पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी थी. इस मामले में मंगलवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार आरोपियों की सूचना के आधार पर अन्य दो आरोपियों को भी पुलिस ने कब्जे में ले लिया है.
इस घटना ने दिल्ली पुलिस को सकते में डाल दिया है. दरअसल, पिछले 10 सालों में दिल्ली में डकैती की घटनाएं करीब 4 गुना बढ़ गई हैं. बात करें आंकड़ों की तो साल 2012 में दिल्ली में डकैती की 608 घटनाएं हुई थीं, जो 2021 में बढ़कर 2333 हो गई. पिछ्ले 10 साल में दिल्ली में डकैती की घटनाएं 284 फीसदी बढ़ी हैं. 2021 के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में रोजाना डकैती की 6 से ज्यादा घटनाएं होती हैं. इस तरह की आपरधिक घटनाओं के बाद दिल्ली पुलिस की जिम्मेदारी और संसाधनों की कमी की बात सामने आती है. राजधानी की पुलिस होने के कारण दिल्ली पुलिस पर अतिरिक्त दबाव रहता है. बावजूद इसके दिल्ली पुलिस में मैनपावर की कमी है.