Delhi News: नई दिल्ली. दिल्ली पुलिस ने एक गिरोह के 7 गुर्गों को गिरफ्तार किया है. आरोपी बीमा पॉलिसियों की मैच्योरिटी राशि जारी करने के नाम पर ठग रहे थे. खुद को सरकारी अधिकारी बताकर आरोपियों ने 10 लोगों को करीब 6 करोड़ का चूना लगाया है.
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये अमूमन उन लोगों को ठगते थे जो बीमा की पॉलिसी के कुछ इंस्टॉलमेंट जमा नहीं करा पाए थे. इस कारण उनकी पॉलिसी आगे नहीं बढ़ी, लेकिन इनकी कुछ रकम जमा हो गई थी. ऐसे लोगों को ये पॉलिसी की मैच्योरिटी के बाद मिलने वाली पूरी रकम दिलाने की बात कहकर झांसे में लेते थे. आरोपियों में दिल्ली के कालजा जी निवासी निशांत कुमार, नजफगढ़ निवासी देवेंद्र कुमार, शाहदरा निवासी मनीष कुमार, उत्तम नगर निवासी अष्टभुजेश पांडे, यूपी के गाजियाबाद निवासी अंकित गौड़, सुनील यादव और भूपेंद्र कुमार शामिल हैं. डीसीपी हेमंत तिवारी के मुताबिक, ग्रीन पार्क निवासी हरिदत्त शर्मा ने बताया था कि उनके साथ करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये की धोखधड़ी हुई है. जालसाजों ने खुद को एनपीसीआई, आरबीआई और एसबीआई सहित विभिन्न सरकारी एजेंसियों के अधिकारी बनकर अप्रैल 2018 में संपर्क किया. फर्जी पत्र तैयार कर इन्हें आशवस्त किया कि इनके निवेश पर लाखों रुपये मिल जाएंगे.
लोगों को किराए पर फ्लैट लेकर फंसाते थे
आरोपी निशांत कुमार, पूरी साजिश का मास्टरमाइंड है, उसने निर्माण विहार में एक परिसर किराए पर लिया. दूसरे आरोपी आरोपी देवेंदर ने जाली दस्तावेज तैयार किए. पुलिस के मुताबिक सभी आरोपियों ने पीड़ित को झांसे में लेने के लिए विभिन्न नामों का इस्तेमाल कर फर्जी दस्तावेज भेजे. आरोपी अष्टभुजेश पांडे, धोखाधड़ी के रुपये प्राप्त करने के लिए आरोपी अंकित गौड़ और सुनील यादव को बैंक खाते देता था.